देश में 8 सालों में किए कई रिफॉर्म’, PM मोदी बोले- भारत की कंपनियां न सिर्फ आगे बढ़ें बल्कि नई ऊंचाई प्राप्त करें


नयी दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सोमवार को वित्त मंत्रालय और कॉर्पोरेट मामलों के मंत्रालय के प्रतिष्ठित सप्ताह समारोह का उद्घाटन किया। इस दौरान उन्होंने कहा कि बीते वर्षों में वित्त मंत्रालय और कॉरपोरेट मंत्रालय ने अपने कार्यों के द्वारा, सही समय पर सही निर्णयों के द्वारा अपनी एक विरासत बनाई है, एक बेहतरीन सफर तय किया है। आप सभी इस विरासत का हिस्सा हैं। देश के आम जन के जीवन को आसान बनाना हो, या देश की अर्थव्यवस्था को सशक्त करना हो, बीते 75 वर्षों में अनेक साथियों ने इसमें बहुत योगदान दिया है। 

प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि आज यहां रुपए की गौरवशाली यात्रा को भी दिखाया गया। इस सफर से परिचित कराने वाली डिजिटल प्रदर्शनी भी शुरू हुई और आजादी के अमृत महोत्सव के लिए समर्पित नए सिक्के भी जारी हुए। ये नए सिक्के देश के लोगों को निरंतर अमृतकाल के लक्ष्य याद दिलाएंगे और उन्हें राष्ट्र के विकास में योगदान के लिए प्रेरित करेंगे।

उन्होंने कहा कि आजादी का ये अमृत महोत्सव सिर्फ 75 वर्षों का उत्सव मात्र नहीं है, बल्कि आजादी के नायक, नायिकाओं ने आजाद भारत के लिए जो सपने देखे थे, उन सपनों को परिपूर्ण करना, उन सपनों में नया सामर्थ्य भरना, और नए संकल्पों को लेकर आगे बढ़ने का ये पल है। आजादी के लंबे संघर्ष में जिसने भी हिस्सा लिया, उसने इस आंदोलन में नए आयाम को जोड़ा।

अलम-अलग आयामों पर देश ने किया काम

प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि भारत ने भी बीते आठ वर्षों में अलग-अलग आयामों पर काम किया है। इस दौरान देश में जो जनभागीदारी बढ़ी, उन्होंने देश के विकास को गति दी है, देश के गरीब से गरीब नागरिक को सशक्त किया है। उन्होंने कहा कि स्वच्छ भारत अभियान ने गरीब को सम्मान से जीने का अवसर दिया। पक्के घर, बिजली, गैस, पानी, मुफ्त इलाज जैसी सुविधाओं ने गरीब की गरिमा बढ़ाई, सुविधा बढ़ाई। कोरोना काल में मुफ्त राशन की योजना ने 80 करोड़ से अधिक देशवासियों को भूख की आशंका से मुक्ति दिलाई। 

उन्होंने कहा कि देश की आधी आबादी, जो देश के विकास के विमर्श से, औपचारिक सिस्टम से वंचित थी। उसका समावेश हमने मिशन मोड़ में किया। वित्तीय समावेशन का इतना बड़ा काम, इतने कम समय में दुनिया में कहीं नहीं हुआ है। सबसे बड़ी बाद देश के लोगों में अभाव से बाहर निकलकर सपनें देखने और उन्हें साकार करने का नया हौंसला हमें देखने को मिला।

प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि आज 21वीं सदी का भारत लोग-केंद्रित शासन एप्रोच के साथ आगे बढ़ा है। ये जनता ही है जिसने हमें अपनी सेवा के लिए यहां भेजा है। इसलिए ये हमारी सर्वोच्च प्राथमिकता है कि हम जनता तक स्वयं पहुंचे।

उन्होंने कहा कि ये जनता ही है जिसने अपनी सेवा के लिए हमें यहां भेजा है। इसलिए हमारी ये सर्वोच्च प्राथमिकता है कि हम खुद जनता तक पहुंचे। हर पात्र व्यक्ति तक पहुंचना, उसे पूरा लाभ पहुंचाना ये दायित्व हम पर है। उन्होंने कहा कि अलग-अलग मंत्रालयों के अलग-अलग वेबसाइटों के चक्कर उसे लगाने से बेहतर कि वो भारत सरकार के एक पोर्टल तक पहुंचे, और उसकी समस्या का समाधान हो। आज ‘जन समर्थ पोर्टल’ लांच किया गया है वो इसी लक्ष्य के साथ बढ़ाया गया है। 

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युवाओं को सामर्थ्य दिखाने का मिला मौका

उन्होंने कहा कि बीते आठ वर्षों में देश ने जो रिफॉर्म किए हैं, उनमें बड़ी प्राथमिकता इस बात को भी दी गई है कि हमारे देश के युवाओं को अपना सामर्थ्य दिखाने का पूरा मौका मिले। हमारे युवा अपनी मनचाही कंपनी आसानी से खोल पाएं, वो अपने उद्यम आसानी से बना पाएं, उन्हें आसानी से चला पाएं। इसलिए 30,000 से ज्यादा अनुपालन को कम करके, 1500 से ज्यादा कानूनों को समाप्त करके, कंपनीज एक्ट के अनेक प्रावधानों को डिक्रिमिनलाइज करके, हमने ये सुनिश्चित किया है कि भारत की कंपनियां न सिर्फ आगे बढ़ें बल्कि नई ऊंचाई प्राप्त करें।