देश में आया कोरोना का पिछले 3 हफ्ते का सबसे अधिक आंकड़ा, आर वैल्यू में वृद्धि दे रही है तीसरी लहर के संकेत


नई दिल्ली,कोरोना की तीसरी लहर के खतरे के बीच शुक्रवार को देश में आए संक्रमण के 44,230 नए मामलों ने फिर से सभी को चौंका दिया है। हर दिन के साथ देश में कोविड का ग्राफ चढ़ता ही जा रहा है। आज का ये आंकड़ा पिछले तीन सप्ताह में सबसे अधिक है। आपको बता दें कि अप्रैल-मई में कोरोना का ग्राफ 4 लाख प्रतिदिन मामलों तक पहुंच गया था, लेकिन मई के आखिर में ये ग्राफ घटने लगा था और अब फिर से मामलों में बढ़ोतरी हो रही है। खासकर नॉर्थ ईस्ट और दक्षिण भारत के राज्य केरल में कोरोना के आंकड़ों में काफी डराया हुआ है। इन राज्यों में कोविड प्रतिबंध लागू हैं।

मंडराया तीसरी लहर का खतरा! 24 घंटों में कोरोना के 44230 नए मरीज और 555 लोगों की मौत
आर वैल्यू में वृद्धि दे रही है खतरे का संकेत 

देश में कोरोना की बढ़ती रफ्तार को ऐसे समझा जा सकता है कि नॉर्थ ईस्ट और पूर्वोत्तर के राज्यों में R फैक्टर (आर वैल्यू) की रफ्तार बढ़ रही है। आपको बता दें कि आर वैल्यू नॉर्थ ईस्ट और दक्षिण भारत के राज्यों में 1 तक पहुंचती दिख रही है। आर-वैल्यू के बढ़ने का मतलब है कि उस जगह पर कोरोना वायरस के फैलने की क्षमता बहुत अधिक है। पिछले कुछ हफ्तों से केरल और पूर्वोत्तर के राज्यों में आर वैल्यू में वृद्धि देखी गई है। सरकारी सूत्रों के अनुसार, केरल में पिछले तीन दिनों से 22,000 से अधिक मामले सामने आ रहे हैं। केरल का ये आंकड़ा कुल एक्टिव मामलों का 37 प्रतिशत है। केरल की आर वैल्यू 1.11 के आसपास बना हुआ है।

आर वैल्यू बढ़ने से आएगी कोरोना की तीसरी लहर 

आर-वैल्‍यू की अहमियत को ऐसे भी समझा जा सकता है कि अगर ये 0.95 है तो उस स्थिति में 100 संक्रमित लोग औसतन 95 लोगों को संक्रमित कर सकते हैं। आपको बता दें कि कोरोना की दूसरी लहर में भी आर वैल्यू काफी बढ़ी थी, जिसकी वजह से ये लहर घातक साबित हुई थी। आपको बता दें कि 14 मई से देश में आर वैल्यू घटना शुरू हो गई थी, लेकिन अब फिर से इसमें बढ़ोतरी कोरोना की तीसरी लहर के संकेत दे रही है।

कोरोना की दूसरी लहर के समय देश में आर वैल्यू 

आपको बता दें कि केरल में बढ़ते संक्रमण को देखते हुए केंद्र सरकार ने एक स्वास्थ्य टीम को वहां भेजा है। केरल के अलावा पुणे और दिल्ली में आर-वैल्यू एक के करीब है। कोरोना की दूसरी लहर के वक्त पूरे देश की आर- वैल्यू 9 मार्च से 21 अप्रैल के बीच 1.37 रहने का अनुमान था। इसके बाद यह 24 अप्रैल से 1 मई के बीच घट कर 1.18 रह गयी थी। फिर यह 29 अप्रैल से 7 मई के बीच घटकर 1.1 पर आ गई थी। इसके बाद 9 मई से 11 मई के बीच आर वैल्यू के करीब 0.98 रहने का अनुमान जताया गया था, जो कि 14 मई से 30 मई के बीच घट कर 0.82 पर आ गई थी। अभी 22 जुलाई तक देश में आर वैल्यू फिर से 0.95 तक हो गई है।