संस्कृति कार्य समूह ने वैश्विक चर्चा का दिया अवसर


वाराणसी (काशीवार्ता)। भारत की अध्यक्षता में जी-20 संस्कृति कार्य समूह की चौथी बैठक में जी-20 सदस्यों और अंतर्राष्ट्रीय संगठनों के प्रतिनिधियों के साथ मसौदा पर चर्चा हुई। भारत की अध्यक्षता के तहत आयोजित सीडब्ल्यूजी ने अपने परिणाम दस्तावेज और अध्यक्ष के सारांश के माध्यम से वैश्विक नीति निर्धारण के केंद्र में संस्कृति की स्थिति पर जोर दिया। नदेसर स्थित एक होटल में बैठक के पूर्व मीडिया से बात करते हुए केंद्रीय संस्कृति एवं पर्यटन मंत्री जी.के. रेड्डी ने कहा कि वाराणसी में आयोजित संस्कृति बैठक ने सांस्कृतिक क्षेत्र से संबंधित बहुआयामी वैश्विक संबंधों पर चर्चा करने का अवसर पैदा किया है। उन्होंने कहा कि पहली सांस्कृतिक समूह बैठक खजुराहो में दूसरी भुवनेश्वर में तीसरी हम्पी कर्नाटक में और चौथी वाराणसी में आयोजित की गई।
जी किशन रेड्डी ने कहा कि इस वर्ष सांस्कृतिक कार्य समूह में विभिन्न कार्यक्रम और वेबिनार आयोजित किए गए। इन वेबिनारों और कार्यक्रमों में विभिन्न जी-20 देशों और आमंत्रित देशों के रिकॉर्ड 159 विशेषज्ञों ने भाग लिया। श्री रेड्डी ने कहा कि भारत की सांस्कृतिक राजधानी वाराणसी से सांस्कृतिक समूह की बैठक और घोषणा को देखना हमारे लिए एक यादगार क्षण है। साथ ही यह भी बताया कि 2014 से अब तक 400 से अधिक पुरावशेषों को पुन: प्राप्त कर भारत लाया गया है।
चर्चाओं ने उन्नत मार्ग प्रशस्त किया : मीनाक्षी लेखी
संस्कृति राज्य मंत्री मीनाक्षी लेखी ने कहा कि संगीत के सभी घरानों के कलाकार, कलाकृति, संग्रहालय, मंदिर और परंपराओं के कारण ही हम सभी वाराणसी में एकत्र हुए हैं। संस्कृति कार्य समूह की बैठकों ने विभिन्न देशों के लोगों को करीब लाकर सांस्कृतिक कूटनीति को बढ़ाने का मार्ग प्रशस्त किया है। इस अवसर को चिह्नित करने के लिए सांस्कृतिक एकता की थीम पर एक डाक टिकट जारी किया जाएगा।