मौत की अफवाह पर बवाल, पथराव से कई पुलिसकर्मी घायल


गाजीपुर (काशीवार्ता)। मेले में हल्की खुन्नस ने ऐसा किया कि मरदह गांव में बड़ा बवाल हो गया। युवक की मौत की फर्जी सूचना के बाद आक्रोशित राजभर बस्ती के लोगों ने पुलिस पर ईंट पत्थरों से हमला बोल दिया। इस घटना में थाना प्रभारी सहित कई पुलिस कर्मियों को गंभीर चोटे आई हैं। आक्रोशित लोगों ने कासिमाबाद मरदह मार्ग को भी जाम कर दिया। घटना की जानकारी होने पर एसपी भारी फोर्स के साथ पहुंचे और पुलिस ने ग्रामीणों को खदेड़ा। घटना के बाद गांव में फोर्स तैनात है। दोषियों के खिलाफ सख्त से सख्त कार्रवाई के निर्देश एसपी ने दिए हैं। इस मामले में समाजवादी पार्टी ने राजनीति करना शुरू कर दिया है और इसे राजभर समाज पर अत्याचार बताया है।
बवाल की सूचना मिलते ही पांच थानों की पुलिस टीम, एक क्यूआरटी, पीएसी मौके पर पहुंच गई। दोपहर करीब एक बजे पहुंचे एसपी ग्रामीण ने मोबाइल से जिला अस्पताल में भर्ती युवक से उसके परिजनों की बात कराई। तब जाकर करीब पांच घंटे बाद ग्रामीणों ने सड़क से जाम हटाया। मामला अब शांत है और कस्बे में सुरक्षा की दृष्टि से पुलिस टीम तैनात कर दी गई है।
स्थानीय बाजार में 14 अक्तूबर की रात रामलीला मंचन के दौरान पहुंचे छह से ज्यादा युवकों ने कलाकारों के साथ दुर्व्यवहार शुरू कर दिया। इस पर रामलीला कमेटी के अध्यक्ष भाजपा मंडल अध्यक्ष और जिला पंचायत सदस्य शशिप्रकाश सिंह ने विरोध किया। जिससे नाराज युवकों ने कमेटी के दूसरे सदस्यों से मारपीट शुरू कर दी। किसी तरह समझा-बुझाकर मामला शांत कराया गया। दूसरे दिन 15 अक्तूबर को दशहरा मेले की तैयारी को लेकर जिला पंचायत सदस्य एवं शशिप्रकाश सिंह परिसर में मौजूद थे। इसी दौरान कलाकारों से दुर्व्यवहार करने वाले शरारती युवक फिर पहुंचे और रामलीला कमेटी के अध्यक्ष को मारने-पीटने लगे। वहां मौजूद अन्य लोगों ने किसी तरह बीच-बचाव कर घायल कमेटी अध्यक्ष को उपचार के लिए पीएचसी पहुंचाया। जहां हालत गंभीर होने पर डॉक्टरों ने उन्हें जिला अस्पताल रेफर कर दिया। घटना की जानकारी होते ही कासिमाबाद एसडीएम राजेश कुमार
गुप्ता, सीओ विजय आनंद शाही समेत कई अधिकारी मौके पर पहुंचे। घटना स्थल का निरीक्षण करने के साथ ही घायल कमेटी के अध्यक्ष का बयान दर्ज किया। मुकदमा दर्जकर मुख्य आरोपी बंटी राजभर सहित पांच लोगों को हिरासत में लेकर मरदह थाने लाया गया। बताया जा रहा है कि शनिवार सुबह आठ बजे हिरासत में लिए गए मुख्य आरोपी बंटी राजभर को बीपी की शिकायत होने पर पुलिस ने उसे जिला अस्पताल पहुंचाया। इधर, किसी ने अफवाह फैला दी कि पुलिस की मारपीट से बंटी की मौत हो गई है। इससे आक्रोशित परिजन और ग्रामीण सीधे थाने पहुंचे और पथराव शुरू कर दिया। इसमें थानाध्यक्ष वीरेंद्र कुमार सहित सात लोग घायल हो गए। एसपी रामबदन सिंह ने कहा कि आरोपी युवक ठीक है और अफवाह फैलाने वालों को चिन्हित किया जा रहा है।