बैंक परीक्षा की तैयारी के आसान तरीके


युवा पीढ़ी का बड़ा रूझान बैंकिंग सेक्टर में देखने को मिलता है। बैंकिंग सेक्टर में अधिकाधिक नौकरियां भी निकलती रहती हैं, ऐसे में क्यों न युवा इसकी तैयारी करें? बैंकिंग सेक्टर में क्लर्क, बीपीओ, पदाधिकारी जैसे तमाम पदों पर हर साल भर्ती निकलती है और लाखों युवा इन परीक्षाओं में शामिल होते हैं। युवाओं के रुझान को देखते हुए देश के सभी बड़े या छोटे शहरों में तमाम कोचिंग सेंटर खुले हुए हैं जो इन परीक्षाओं को पास करने की गारंटी देते हैं। हालांकि बहुत सारे स्टूडेंट्स घर पर पढ़ाई करके भी इन परीक्षाओं को निकालते हैं। ऐसे में हम आपको कुछ ऐसे टिप्स देंगे जिनकी सहायता से आपको बैंकिंग एग्जाम को क्रैक करने में आसानी होगी, चाहें आप खुद से तैयारी कर रहे हैं या किसी कोचिंग की सहायता से। दुनिया में ऐसा कोई क्षेत्र नहीं है जिसमें भरपूर लगन और प्रयास किया जाए तो उसे हासिल ना किया जा सके। ऐसे ही बैंकिंग जॉब्स भी कोई असंभव चीज नहीं है और इसके लिए बिल्कुल अनिवार्य नहीं है कि आप कोचिंग के द्वारा ही इसे निकाल सकें। अगर आप जुझारू और लगनशील हैं तो कुछ ट्रिक्स और मार्गदर्शन से आप घर बैठे इस परीक्षा को क्लियर कर सकते हैं। हालांकि इसमें कोई संदेह नहीं है कि कोचिंग इंस्टिट्यूट की बजाय घर पर पढ़ाई करने वाले छात्रों को थोड़ी ज्यादा मेहनत करनी पड़ती है।
क्या है परीक्षा का पैटर्न?- इंडियन बैंकिंग पर्सनल सिलेक्शन आईबीपीएस पीओ की परीक्षा के लिए पांच सेक्शन निर्धारित किये गए हैं जिनमें 1. इंग्लिश कॉम्प्रिहेंशन 2. क्वांटिटेटिव एप्टीट्यूड 3. रीजनिंग एबिलिटी 4. बैंकिंग अवेयरनेस और जनरल नॉले 5. कंप्यूटर अवेरनेस को शामिल किया गया है।
कैसे करें तैयारी?- सिलेबस का पता चल जाने के बाद अगला नंबर आता है कि किस प्रकार इसकी तैयारी की जाये। एक्सपर्ट्स का कहना है कि बैंकिंग की परीक्षा के तैयारी के लिए 6 महीने का समय पर्याप्त होता है। लेकिन अगर आप ज्यादा समय तक तैयारी करना चाहते हैं तो यह आपके ऊपर निर्भर करता है।
सही किताबों का चुनाव- बैंकिंग परीक्षा की तैयारी के लिए सबसे पहले किताबों का सही सिलेक्शन जरूरी है। आप उन किताबों के चुनाव पर विशेष ध्यान दें जो बैंकिंग की तैयारी में आपके काम आने वाली हैं। इसके लिए किसी तजुर्बा वाले व्यक्ति से सहायता ले सकते हैं। या फिर आप आॅनलाइन पता कर सकते हैं कि इस परीक्षा के लिए कौन सी किताबें सही रहेंगी। इतना ही नहीं, आपको आॅनलाइन सारा सिलेबस भी उपलब्ध मिलेगा। इसके साथ ही आप आॅनलाइन अनसॉल्व्ड पेपर तथा प्रश्न पत्र के मॉडल के साथ अपनी तैयारी को आगे बढ़ा सकते हैं। आजकल तो आॅनलाइन क्लासेज भी चल रही हैं जिनसे आपको घर बैठे तैयारी करने में आसानी होगी।
पुराने पेपर का लें सहारा- आप चाहे कितनी भी किताबें पढ़ लें, लेकिन परीक्षा के पैटर्न का पता नहीं चलता है तो परीक्षा हॉल में आपको परेशानी का सामना करना पड़ सकता है। वहीं प्रश्नपत्र के पैटर्न के हिसाब से पढ़ाई करते हैं तो आपको फायदा जरूर मिलेगा। इसके लिए आप पिछले साल या उससे पिछले साल के प्रश्न पत्र को हल करें। इससे आप आसानी से समझ पाएंगे कि प्रश्न पत्रों को कितनी गति से हल करना है और प्रश्नों के पैटर्न कैसे होंगे।
स्पीड रखती है मायने- बैंकिंग के एग्जाम में आपको 2 घंटे का समय मिलता है ऐसे में आपकी स्पीड बेहद तेज होनी चाहिए, प्रश्नों को सॉल्व करने के लिए। कई बार ऐसा होता है कि आपको प्रश्न आते रहते हैं लेकिन समय की कमी के कारण वो छूट जाते हैं। वहीं अगर आप घर पर पढ़ाई कर रहे हैं या कोचिंग ज्वाइन किए हुए हैं तो इन दोनों ही जगहों में स्पीड पर विशेष ध्यान दें और तेजी से प्रश्नपत्र को हल करने की कोशिश करें।
इंग्लिश कॉम्प्रिहेंशन और क्वांटिटेटिव एप्टीट्यूड पर बनायें पकड़- बैंक की परीक्षा में इन दो विषयों पर अगर आप ध्यान देते हैं तो इन से आप ज्यादा नंबर स्कोर कर सकते हैं। हालाँकि इन दोनों प्रश्न पत्रों को लेकर ज्यादातर छात्र आशंकित रहते हैं लेकिन अगर इन दोनों पर ध्यान दिया जाये तो आपके लिए ज्यादा फायदेमंद रहेगा। इंग्लिश कॉम्प्रिहेंशन में लिखने की प्रैक्टिस करनी चाहिए, जिससे गलती की सम्भावना कम हो जाये। वहीं कॉम्पिटेटिव एप्टिट्यूड के प्रश्न पत्र के लिए आपको शार्ट ट्रिक्स पर बेहद ध्यान देना चाहिए। अगर आप इन दोनों पर पकड़ बना लेते हैं तो इनसे अच्छे मार्क्स निकाले जा सकते हैं।

नियमित अभ्यास
बैंकिंग की परीक्षा हो, चाहे कोई भी दूसरी परीक्षा सभी के लिए नियमित अभ्यास बेहद जरूरी है। ऐसा ना हो कि आप किसी दिन 8 घंटे पढ़ाई करते हैं तो अगले दिन 4 घंटे से ही काम चला लेते हैं। यह तरीका बिल्कुल गलत है। आपको नियमित टाइम टेबल बनाना होगा और उसी के हिसाब से पढ़ाई करनी होगी और रेगुलर हर सब्जेक्ट को पढ़ना होगा। आप चाहे तो मॉक टेस्ट भी कर सकते हैं कि आप की तैयारी किस प्रकार की है। इसके लिए आप एक प्रश्न पत्र तैयार करें और स्टॉपवॉच की सहायता से तय समय सीमा में उस प्रश्नपत्र को हल करें। इससे आप अंदाजा लगा पाएंगे कि प्रश्न पत्र हल करने की आपकी स्पीड क्या है?