गलवान पर कांग्रेस ने मांगा जवाब तो बोले सिंघवी, चीन के दुष्प्रचार के जाल में न फंसें


नयी दिल्ली। चीन के प्रोपोगेंडा वीडियो को लेकर कांग्रेस के वरिष्ठ नेता अभिषेक मनु सिंघवी ने कहा कि लोगों को इनके झांसे में नहीं आना चाहिए। सिंघवी ने यह टिप्पणी उस वक्त की जब उन्हीं की पार्टी ने गलवान घाटी के एक वीडियो को लेकर केंद्र सरकार की जमकर आलोचना की। कांग्रेस नेता ने एक ट्वीट में लिखा कि भारतीय मीडिया से आग्रह करूंगा कि सीसीपी और ग्लोबल टाइम्स की प्रचार मशीनरी को गंभीरता से न लें। वे और कुछ नहीं विशेष रूप से डिजिटल युग में एक मजाक है। दरअसल, एक वीडियो सामने आया था जिसमें चीनी सैनिक पूर्वी लद्दाख के गलवान क्षेत्र में अपना झंडा फहरा रहे थे। इस वीडियो को लेकर कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी समेत पार्टी नेताओं ने केंद्र सरकार को घेरने की कोशिश की थी।

राहुल गांधी ने कहा था कि हमारा तिरंगा गलवान में अच्छा दिखता है। चीन को जवाब दिया जाना चाहिए। मोदी जी, चुप्पी तोड़ो!! कांग्रेस महासचिव रणदीप सुरजेवाला ने कहा था कि श्रीमान प्रधानमंत्री, पूरा देश और दुनिया यह जानना चाहती है कि चीनियों ने गलवान घाटी में चीनी ध्वज कैसे फहराया और चीनी में लिखा कि वे एक इंच जमीन भी वापस नहीं देंगे। उन्होंने कहा था कि प्रधानमंत्री चुप क्यों हैं? रक्षा मंत्री एक शब्द भी क्यों नहीं बोल रहे हैं?यह सुनिश्चित करना हमारी सरकार और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का कर्तव्य है कि भारतीय क्षेत्र में चीन की घुसपैठ को दृढ़ता से हराया जाए।

पार्टी प्रवक्ता सुप्रिया श्रीनेत ने केंद्र सरकार पर निशाना साधते हुए कहा था कि जिस गलवान घाटी में हमारे जवान शहीद हुए थे, उसी घाटी में चीन ने एक जनवरी को अपना झंडा फहराया और अपना राष्ट्रगान गाया। ऐसे में आपके मुंह में दही क्यों जमा है? हमारी सेना का मनोबल आप क्यों तोड़ रहे हैं? आप चीन को कोई जवाब क्यों नहीं दे रहे हैं ? 

गलवान में शान से लहरा रहा तिरंगा

सुरक्षा प्रतिष्ठान के सूत्रों ने नए साल के जश्न के हिस्से के रूप में गलवान घाटी में एक बड़ा तिरंगा पकड़े भारतीय सेना के जवानों की तस्वीरें जारी कीं। तस्वीरों को केंद्रीय कानून मंत्री किरेन रिजिजू ने भी ट्विटर पर साझा करते हुए लिखा कि नव वर्ष 2022 के अवसर पर गलवान घाटी में भारतीय सेना के बहादुर जवान।