गंगाद्वार के श्रद्धालुओं की उफान सड़क पर आई तो बढ़ेगी चुनौती


वाराणसी(काशीवार्ता)।पहाड़ों पर हुई मूसलाधार बारिश का प्रभाव अब मैदानी क्षेत्रों में दिखना शुरू हो गया है। वाराणसी में गंगा के जलस्तर तेजी से बढ़ रहा है, जो जिला प्रशासन के लिए इस समय परेशानी का कारण बन बैठा है। श्रावण मास के प्रथम सोमवार को विश्वनाथ कॉरिडोर के नवनिर्मित ‘गंगाद्वार’ से भक्तों को सुगम दर्शन कराकर राहत की सांस ले रही पुलिस प्रशासन के सामने इस समय गंगा का बढ़ता जलस्तर नयी चुनौती बनकर सामने खड़ा है। ज्ञात हो कि प्रथम सोमवार को इस द्वार से दर्शन की व्यवस्था से प्रशासन की समस्या काफी कम होती दिखी थी। आशंका जताई जा रही है कि पानी का बढ़ाव जिस गति से हो रहा है उसके चलते अगले सोमवार तक घाटों का एक दूसरे से सम्पर्क टूट जाएगा ऐसे में घाट के रास्ते दर्शन वाली व्यवस्था पर विराम लग सकता है। जानकारों की माने तो इस स्थिति में बाकी के तीन द्वारों से श्रद्धालुओं को दर्शन के लिए प्रवेश कराया जाएगा। प्रशासन भी दूसरे सोमवार पर ऐसी स्थिति उत्पन्न होने की आशंका को लेकर पशोपेश में है।अगर बाढ़ के चलते घाट के रास्ते दर्शन की व्यवस्था बंद करनी पड़ी तो लाखों श्रद्धालुओं की भीड़ का भार सड़क व गलियों से जुड़ने वाले द्वार पर आ जायेगा। ऐसी दशा में पुलिस कमिश्नरेट को ‘क्राउड मैनेजमेंट’के लिए नया प्लान बनाना होगा। महकमे में सम्भवत: इस पर मंथन भी चल रहा है। बाढ़ में घाट पर स्नान, नौका विहार करने वाले लोगों की सुरक्षा को लेकर जल पुलिस की भी चिंता बढ़ने लगी है। हजारों की भीड़ को नियंत्रित करने के लिए एनडीआरएफ व जल पुलिस को विशेष कार्ययोजना बनानी होगी।