गाजीपुर में 495 छात्रों को पढ़ा रहे 22 शिक्षक


(अजीत सिंह)
गाजीपुर। जिले में एक ऐसा विद्यालय है, जहां पर छात्रों के सापेक्ष शिक्षकों की भारी भरकम फौज खड़ी है। इस विद्यालय में शिक्षकों को देखकर तय हो गया है कि यह यूपी का पहला कंपोजिट विद्यालय बन चुका है जहां पर 495 छात्रों के सापेक्ष 22 शिक्षकों की तैनाती की गई है। मामले का खुलासा होने पर विभाग में हड़कंप मच गया है। अब वह भी विद्यालय चिंहित किए जाएंगे, जहां पर छात्र संख्या के सापेक्ष शिक्षकों की तैनाती की गई है। इस मामले में बीएसए हेमंत राव का कहना है कि बीईओ डा. कल्पना से रिपोर्ट मांगी जाएगी। इसके बाद अनुमति लेकर शिक्षकों का समायोजन दूसरे विद्यालय में किया जाएगा।
जिले के 2269 परिषदीय विद्यालयों में दो लाख 80 हजार 26 बच्चे पंजीकृत हैं। इन बच्चों को जूता, मोजा, एमडीएम का भोजन, यूनिफार्म और नि:शुल्क किताबों का वितरण किया जाता है। इन बच्चों को पढ़ाने के लिए करीब 9 हजार के आसपास पूरे जिले में शिक्षकों की तैनाती की गई है। पूर्व में तैनात रहे यहां पर बीएसए श्रवण कुमार ने शिक्षकों की तैनाती के नाम पर करोड़ों का खेल किया। एक एक शिक्षकों की पोस्टिंग के नाम पर पचास हजार से एक लाख रुपए तक वसूल किए गए। यही वजह रही कि मानक से अधिक विद्यालयों में शिक्षकों की तैनाती कर दी गई। ऐसे विद्यालय हैं, जहां पर शिक्षकों की संख्या अधिक होने पर उनके बैठने के लिए फर्नीचर भी पर्याप्त मात्रा में उपलब्ध नहीं है। कुछ ऐसी हालत मरदह ब्लाक के कंपोजिट विद्यालय गाईं की है।कंपोजिट विद्यालय होने के बाद प्राइमरी जूनियर एक में समाहित हो गए हैं। सिर्फ कक्षाएं अलग अलग चल रही हैं। यहां के हेडमास्टर वेदप्रकाश पांडेय ने बताया कि प्राइमरी की कुल संख्या 495 है। प्राइमरी के छात्रों को 13 शिक्षक और तीन शिक्षामित्र, जूनियर के लिए चार शिक्षक, दो अनुदेशक पढ़ा रहे हैं। यह तैनाती बीएसए कार्यालय से हुई है। हम लोग नामांकन बढ़ा रहे हैं। देखा जाए तो प्राइमरी में 35 छात्रों पर एक और जूनियर में 30 छात्रों पर एक शिक्षक की तैनाती का मानक शासन से तय किया गया है। इतनी भारी भरकम फौज देखकर विद्यालय आने वाले लोग अचंभित रहते हैं। इन 22 शिक्षकों के वेतन के नाम 15 से 20 लाख रुपए प्रति माह सरकार खर्च कर रही है। कई ऐसे विद्यालय हैं जहां पर छात्रों की संख्या अधिक है और शिक्षक कम हैं। उसमें कासिमाबाद ब्लाक का परिषदीय विद्यालय बासुदेवपुर शामिल हैं। यहां पर बच्चे अधिक होने के बाद भी विभाग ने शिक्षकों की संख्या नहीं बढ़ाई। बीएसए हेमंत कुमार ने बताया कि इसकी जानकारी की जाएगी। जब समायोजन की प्रक्रिया शुरू होगी तो जहां पर अधिक शिक्षक होंगे उन्हें अधिक छात्र संख्या वाले विद्यालयों में समायोजित किया जाएगा।

बेसिक शिक्षा विभाग में शिक्षकों के समायोजन के संबंध में बीएसए से जानकारी ली जाएगी। कंपोजिट विद्यालय गाईं मरदह की जानकारी मुझे अभी मिली है। बीएसए से इस विद्यालय पर विशेष नजर रखने के निर्देश दिए जाएंगे। एमपी सिंह, डीएम