जीएसटी की जटिलताओं से 29 करोड़ असंगठित व्यापारियों के समक्ष संकट


वाराणसी (काशीवार्ता)। फेडरेशन आॅफ आॅल इंडिया व्यापार मंडल का अधिवेशन आगरा में सम्पन्न हुआ। इस दौरान व्यापारी नेताओं ने कहा कि व्यापारियों पर एक ऐसी कर प्रणाली थोपी गई जिसका लगभग 12 सौ बार से अधिक संशोधन किया गया व अभी भी संशोधन जारी है। हाल ही में नॉन ब्रांडेड खाद्य वस्तुओं पर जीएसटी थोपकर के छोटे-छोटे व्यापारियों को जीएसटी की जटिलताओं में फंसा कर इंस्पेक्टर राज की तरफ धकेल दिया गया है। जीएसटी लागू करते समय अत्यंत सरल सुगम प्रणाली के रूप में प्रचारित एवं प्रसारित किया गया था। परन्तु जीएसटी की जटिलताओं के चलते देश के लगभग 29 करोड़ असंगठित व्यापारियों के समक्ष रोजगार का संकट उत्पन्न हो गया है। राष्ट्रीय अध्यक्ष बी अन्ना ने कहा कि सरकार छोटे असंगठित व्यापारियों एवं सूक्ष्म उद्योग की कठिनाइयों को सच्चे मन से दूर करने का प्रयास करे। यदि सरकार सहानुभूति पूर्वक व्यापारी हित के निर्णय नहीं लेती है तो फेडरेशन आॅफ आॅल इंडिया व्यापार मंडल आंदोलन करने के लिए विवश होगा। इस दौरान राज्यसभा सांसद हरिद्वार दुबे, विधायक डॉ. जी.एस. धर्मेश, पुरुषोत्तम खंडेलवाल, केंद्रीय कानून राज्यमंत्री एस.पी. सिंह बघेल, पूर्व विधायक महेश गोयल मौजूद रहे। अधिवेशन के अंतिम सत्र में राष्ट्रीय व प्रदेश की आम सभा में फेम के राष्ट्रीय अध्यक्ष जयेंद्र वी तन्ना, महामंत्री आर के गौड़ ने प्रदेश उपाध्यक्ष प्रेम मिश्रा को राष्ट्रीय उपाध्यक्ष व प्रदेश अध्यक्ष पद पर भूपेंद्र सिंह सोबती को सर्वसम्मति से नामित किया। इस दौरान प्रदेश मंत्री अशोक जायसवाल, प्रदेश मीडिया प्रभारी सोमनाथ विश्वकर्मा वाराणसी मंडल मंत्री मनीष सहित अन्य लोग मौजूद रहे।