आटो व बस में सीधी भिड़न्त, तीन मृत


सिंगरौली(काशीवार्ता)। परसौना-बरगवां मार्ग के देवरी ग्राम में मंगलवार को आॅटो एवं बस की आमने सामने सीधी भिडन्त हो गई। जिसमें तीन लोगों ने मौके पर ही दम तोड़ दिया । इस हादसे में तीन लोग गंभीर रुप जीवन और मौत के बीच संघर्ष कर रहे हंै। हादसा इतना जबरदस्त था कि आॅटो में फंसे घायलों एवं मृतको को निकालने के लिए खुटार एवं कोतवाली पुलिस डेढ़ घंटे तक गैस कटर से रेस्क्यू चलाकर बाहर निकालने में सफल रहे। हालाकि एक व्यक्ति की घटना स्थल पर मौत हो गई।
प्रत्यक्षदर्शियों एवं आॅटो में सवार घायल एक महिला के अनुसार बरगवां से सवारी लेकर आॅटो एमपी 66 आर 2943 वैढन आ रहा था कि जैसे ही परसौना के ग्राम देवरी पहुंचता है कि विपरीत दिशा से जा रही राहुल बस एमपी 66पी 0902 से सीधी भिड़ंत हो गई। दोनों वाहन काफी अनियंत्रित गति में थे। हादसे में आॅटो चालक सूरज नामदेव पुत्र देव प्रसाद उम्र 28 वर्ष निवासी अमिलवान व यात्री देवसती पाण्डेय पत्नी विजय शंकर उम्र 42 वर्ष निवासी दिग्घी सहित तीन की मौत हो गई। जबकि तीसरे मृतक पुरुष की पहचान नही हो पाई है। टी आई पांडेय ने बताया कि हादसे में रघुनाथ कुशवाहा पुत्र विश्वंभर निवासी चिनगी टोला बरगवा, सबिता जायसवाल पत्नी राम सागर उम्र 35 वर्ष निवासी मिसीरगवां सहित तीन गम्भीर रूप से घायल हो गए। तीसरे घायल की उम्र लगभग 60 वर्ष है जिसकी हालत काफी गम्भीर होने की वजह से नाम गांव का पता नही चल पा रहा है। जिला चिकित्सालय पहुंचे विधायक रामलल्लू बैस,विधायक सुभाष वर्मा व ननि अध्यक्ष देवेश पाण्डेय ने मृत परिजनो से मिलकर उन्हें ढांढस बंधाया और घायलों के उपचार में कोई कमी ना हो इसके लिए चिकित्सकों को निर्देशित किया। उन्होंने मृतक के परिजनों को भी ढाढस बधाया। जिला अस्पताल में एसडीएम ऋषि पवार,नायब तहसीलदार प्रीति सिकरवार,टीआई अरुण कुमार पाण्डेय,खुटार चौकी प्रभारी अभिषेक पाण्डेय भी मौजूद रहे।
सहायता राशि के लिए चक्का जाम-सड़क हादसे को लेकर आसपास के लोगों ने चक्का जाम कर दिया। वहीं यह भी बताया जा रहा है कि मृतक देवसती पाण्डेय पति विजय शंकर पाण्डेय निवासी डिग्घी उम्र 42 वर्ष के परिजन भी बसों की जांच कराने व मृतक के परिजनों को सहायता राशि मुहैया कराए जाने की मांग को लेकर चका जाम करने लगे। हालाकि कोतवाली टीआई ने ट्रामा सेंटर में मौजूद मृतक के परिजनों को समझाइाते देते हुए मामले को शांत कराने को कहा। तब कहीं जाकर चक्का जाम समाप्त हुआ।