ऋृतुराज गायकवाड़ और नीतीश राणा, CSK vs KKR मैच के दो तूफ़ानी बल्लेबाज़


बई में खेला गया आईपीएल का 49वां मुक़ाबला कोलकाता नाइट राइ़डर्स पर चेन्नई सुपर किंग्स की जीत के साथ ख़त्म हुआ, लेकिन इस मुक़ाबले में दो बल्लेबाज़ अपने बल्ले का वो जौहर दिखाकर गए कि देखने वाले उनकी बल्लेबाज़ी पर वाह-वाह करते रहे.

इनमें से एक बल्लेबाज़ है कोलकाता नाइट राइडर्स का और दूसरा चेन्नई सुपर किंग्स का. दोनों ने अपनी-अपनी पारी में बल्ले के ज़ोर से गेंदबाज़ों को ख़ामोश कर दिया.

एक ने जहां 87 रन बनाए वहीं दूसरे ने 72 रन बनाकर मुक़ाबले में अपनी टीम को मज़बूती प्रदान की. ये दो बल्लेबाज़ हैं नीतीश राणा और ऋृतुराज गायकवाड़.

पहले बात नीतीश राणा की,जिन्होंने आईपीएल के मौजूदा सीज़न में अब तक 13 मैचों में 352 रन बनाए हैं. चार साल पहले आईपीएल में पदार्पण करने वाले नीतीश राणा पिछले दो सीज़न से कोलकाता नाइट राइडर्स में मिडिल-ऑर्डर बल्लेबाज़ी को मज़बूत करते आए हैं.

आईपीएल के पिछले सीज़न में 14 मैचों में 344 रन बनाने वाले नीतीश राणा इस बार अपने लिए मील के नए पत्थर की तलाश में हैं.

चेन्नई सुपर किंग्स के ख़िलाफ़ उनके बल्ले से 10 चौके और चार छक्के निकले, जिनकी मदद से उन्होंने 61 गेदों में 87 बनाकर अपनी बल्लेबाज़ी का लोहा मनवाया. कोलकाता नाइट राइडर्स यदि मुक़ाबला नहीं हारती तो ‘मैन ऑफ़ द मैच’ के ख़िताब पर उनका नाम लिखा जाता.

‘मैन ऑफ़ द मैच’

कोलकाता नाइट राइ़डर्स और चेन्नई सुपर किंग्स के बीच खेले गए रोमांचक मुक़ाबले में ‘मैन ऑफ़ द मैच’ का सेहरा बंधा ऋृतुराज गायकवाड़ के सिर पर जिन्होंने पहले ओवर से लेकर 18वें ओवर तक अपनी टीम को मज़बूती से संभाले रखा.

ऋृतुराज गायकवाड़ ने 53 गेंदों पर 72 रनों की पारी खेली और इस दौरान उनके बल्ले से दो छक्के और छह चौके निकले.

ये ऋृतुराज गायकवाड़ की ही मेहनत थी जिसकी बुनियाद पर खड़े होकर रवींद्र जडेजा ने चेन्नई सुपर किंग्स को जीत का स्वाद चखाया.

आईपीएल के मौजूदा सीज़न में 22 साल के नौजवान बल्लेबाज़ ऋृतुराज गायकवाड़ को अभी तक सिर्फ़ पांच मैच खेलने का मौका मिला है, जिसमें उन्होंने 142 रन बनाए हैं.

पुणे से आने वाले ऋृतुराज गायकवाड़ अपनी महाराष्ट्र की टीम में बेहतरीन खिलाड़ियों में शुमार रहे हैं, जिन्होंने साल 2018-19 के दौरान सैयद मुश्ताक अली ट्रॉफी में महाराष्ट्र के लिए रनों की झड़ी लगा दी थी.

रॉकस्टार जडेजा

कोलकाता नाइट राइ़डर्स और चेन्नई सुपर किंग्स के मुक़ाबले में तूफ़ानी बल्लेबाज़ों के तौर पर नीतीश राणा और ऋृतुराज गायकवाड़ का ज़िक्र करना जितना ज़रूरी है, उतना ही ज़रूरी है ‘रॉकस्टार’ रवींद्र जडेजा का ज़िक्र जिन्होंने मैच-विनिंग पारी खेलकर अपनी साख को बरक़रार रखा है.

दबाव के बीच तीन छक्के और दो चौके लगाना धारा के विपरीत तैरने जैसा है जिसके लिए शारीरिक दमखम के साथ मानसिक मज़बूती भी बेहद ज़रूरी होती है.

विपरीत परिस्थितियों में 11 गेंदों पर 31 रन बनाकर जडेजा ने ये साबित कर दिया कि वो किसी भी गेंदबाज़ को अपने आगे बौना साबित कर सकते हैं.

आईपीएल के मौजूदा सीज़न में उन्होंने 13 मैचों में 232 रन बनाए हैं. साथ ही जब भी मौका मिला, विकेट चटकाकर ख़ुद को ऑल-राउंडर साबित किया.

दुबई में खेले गए मुक़ाबले में बल्ले का जौहर दिखाने से पहले उन्होंने तीन ओवर में 20 रन देकर एक विकेट भी चटकाया. अपनी टीम के बाक़ी गेंदबाज़ों के मुक़ाबले जडेजा सबसे अधिक क़िफ़ायती गेंदबाज़ रहे.