आईजीआरएस व विवेचना में 17वें पायदान पर पहुंची गाजीपुर पुलिस


गाजीपुर (काशीवार्ता)।एसपी रामबदन सिंह की कड़ी मेहनत एवं लगन के कारण ही 34वें पायदान पर पहुंचे जिले को 17वें नंबर पर लाकर वह सीनियर अधिकारियों के आंखों के तारे हो गए। विवेचना और आईजीआरएस के मामले में यह सफलता पुलिस विभाग को मिली है। इस पर एसपी ने खुशी जाहिर करते हुए कहा कि अपने कार्य को सभी पुलिस अफसर ईमानदारी एवं लगन के साथ करें। उन्होंने चेताया भी…। कहा कि अगर कहीं भी लापरवाही सामने आई तो सीधे कार्रवाई की जाएगी।
एक माह पहले एसपी गाजीपुर का चार्ज संभालने वाले आईपीएस अधिकारी रामबदन सिंह ने कई बड़े केस खोले। 70 लाख की हेरोइन एवं 65 लाख रुपए नगद बरामद करके एसपी पूरे प्रदेश में चर्चा में आ गए। यही नहीं उनके कार्यकाल में जितनी भी आपराधिक वारदात हुई थी, सबका खुलासा भी हो गया। पदभार ग्रहण करने से लेकर अब तक एसपी सुबह दस बजे से शाम चार बजे तक अपने कार्यालय में बैठते हैं। वह दोपहर में लंच करने आवास पर भी नहीं जाते, वहीं पर अपना लंच पूरा करते हैं और जनता की समस्याओं को सुनने में फिर से जुट जाते हैं। जनता की समस्याओं को बड़ी शालीनता पूर्वक सुनना और उस पर तत्काल एक्शन लेना एसपी की कार्यर्शली का हिस्सा हो गया है। जिले के सभी थानेदार एवं पुलिस के अधिकारी इस बात
से वाकिफ हैं कि लापरवाही एवं बेईमानी तनिक भी की गई तो नपना तय है। इसलिए तो उन्होंने कई थानेदारों को हटा दिया और अभी भी कई थानेदार निशाने पर हैं। इधर एक माह में उन्होंने बड़ी सफलता प्राप्त की। इस जिले में पुलिस विभाग शासन में विवेचना एवं आईजीआरएस प्रकरण निस्तारित करने में 34वें स्थान पर था, लेकिन अब रामबदन सिंह ने इसे 17वें नंबर पर लाकर खड़ा कर दिया। जब े काशीवार्ता संवाददाता ने इस पर एसपी से सवाल किया तो उन्होंने सिर्फ इतना कहा कि अगर आप लगन एवं निष्ठा से अपने कार्य को टीम भावना के साथ कर रहे हैं तो वह 17 नहीं, बल्कि प्रथम स्थान पर भी यह जिला आ जाए तो हैरानी नहीं होनी चाहिए। कहा कि जिले में अच्छा काम हो रहा है। सभी अधिकारियों एवं कर्मचारियों से साफ लहजे में कहा गया है कि शासन की मंशा के अनुसार काम होना चाहिए। नियम विरूद्ध किसी भी थानेदार ने काम किया तो उसका नपना तय है। जनता को न्याय दिलाना और जिले को अपराध मुक्त कराना ही हमारा एक मात्र लक्ष्य है।