आईपीएल 2020: वो सबसे महँगे खिलाड़ी जो इस सीज़न में फ्लॉप साबित हुए


इंडियन प्रीमयर लीग यानी आईपीएल को फैंस मज़ाकिया तौर पर इंडियन पैसा लीग भी कहते हैं. इस लीग में हर रन की कीमत होती है.

लेकिन अगर टीम को अपने किसी खिलाड़ी का एक-एक रन ही 12 लाख रुपये का पड़े, तो सौदा घाटे का ही कहा जाएगा.

ग्लेन मैक्सवेल जैसे धुआंधार बल्लेबाज़ का बल्ला आईपीएल 2020 में बिलकुल खामोश है.

और वो सिर्फ अकेले ऐसे खिलाड़ी नहीं है जिन्हें कोई टीम मोटी रकम में लेकर पछता रही हो.

इस सीज़न में ऐसे महँगे खिलाड़ियों की भरमार है जो अपनी फ्रैंचाइज़ी की उम्मीदों पर खरे नहीं उतर पाए हैं.

ग्लैन मैक्सवेल

मैक्सवेल को पंजाब ने आईपीएल 2020 के लिए 10 करोड़ 75 लाख रुपये की भारी भरकम बोली लगाकर खरीदा था. लेकिन इस खिलाड़ी ने अब तक किंग्स इलेवन टीम को अपने दम पर एक भी मैच नहीं जिताया है. उनका बैटिंग ऑर्डर चेंज कर टीम ने अपनी किस्मत बदलने की भरपूर कोशिश की, लेकिन जो नहीं बदला वो है मैक्सवेल का खराब फ़ॉर्म.

खेल पत्रकार विजय लोकपल्ली के मुताबिक, “ग्लेन मैक्सवेल को पंजाब टीम ने उनकी एक्सप्लोसिव बैटिंग के लिए खरीदा था. साथ ही वो गेंद से भी कॉन्ट्रीब्यूट करने की क्षमता रखते हैं. आईपीएल के पिछले सीज़न्स में भी वो कई दमदार पारियां खेल चुके हैं, साथी ही वो इंग्लैंड के खिलाफ सिरीज़ में भी अच्छा परफॉर्म करके आए थे. लेकिन इस बार शायद यूएई की स्लो पिचों पर वो खुद को ढाल नहीं पाए हैं.”

इस सीज़न के शुरुआती 10 मैचों में मैक्सवेल ने 15 के मामूली औसत से 90 रन ही बनाए. इसमें उनका सर्वाधिक स्कोर 32 रन का रहा है. मज़े की बात ये है कि इस खिलाड़ी के बल्ले से इस सीज़न में अब तक एक छक्का तक नहीं निकला है. कीमत के हिसाब से उनका बनाया एक रन टीम को करीब 12 लाख रुपये का पड़ रहा है. गेंद से भी वो सिर्फ दो ही विकेट निकाल सके हैं.”

केदार जाधव

चेन्नई सुपरकिंग्स के लिए टी-20 लीग का ये सीज़न किसी बुरे सपने की तरह रहा है. टीम को लगातार 3 मैचों में हार मिली.

इन हार में केदार जाधव को बड़ा कारण माना गया. केदार जाधव को चेन्नई ने साढ़े सात करोड़ रुपये की कीमत में अपने साथ जोड़ा था.

लेकिन उन्होंने भी दाम बड़े और दर्शन छोटे ही दिए.

केदार ने इस सीज़न में चेन्नई के लिए आठ मैचों में 20.66 के औसत से सिर्फ 62 रन ही बनाए हैं.

पैट कमिंस

कोलकाता के सिर पर इस सीज़न के प्लेऑफ से बाहर होने का खतरा मंडरा रहा है तो इसके काफी हद तक ज़िम्मेदार उसके बल्लेबाज़ पैट कमिंस भी हैं. कमिंस को कोलकाता ने बड़ी उम्मीदों के साथ साढ़े पंद्रह करोड़ रुपये में अपने साथ जोड़ा था.

आईपीएल में किसी विदेशी खिलाड़ी को मिलने वाली ये सबसे बड़ी कीमत है. लेकिन कमिंस इस कीमत पर खरे नहीं उतरे. आईपीएल 2020 में उन्होंने शुरुआती 10 मैचों में 26 के औसत से 130 रन ही बनाए .गेंद से भी वो कुछ खास नहीं कर सके और केवल तीन विकेट की निकाल पाए.

खेल पत्रकार आदेश कुमार गुप्त कहते हैं, “भारत से बाहर लीग का होना इन खिलाड़ियों की खराब परफॉर्मेंस का कुछ हद तक कारण हो सकता है. चेन्नई की टीम अपने घर पर शेर थी, वहां स्पोर्टर्स भी होते थे, पिच भी अपने तरीके से तैयार कराई जाती थी. ऊपर से यूएई की गर्मी से ऑस्ट्रेलियाई खिलाड़ी परेशान रहे, खासकर पैट कमिंस.”

आंद्रे रसेल

पैट कमिंस के बाद कोलकाता के लिए फ्लॉप कड़ी रहने वाले आंद्रे रसेल दूसरे महंगे खिलाड़ी हैं. पिछले सीजन में 510 रन बनाने वाले रसेल से इस साल भी धुआंधार प्रदर्शन की उम्मीद थी.

रसेल से कोलकाता की फ्रैंचाइजी एक फिनिशर की भूमिका की उम्मीद करती है जिसपर वो अभी तक खरे नहीं उतर सके हैं. रसेल ने कोलकाता के लिए इस सीज़न के शुरुआती 9 मैचों में 11.05 के औसत से सिर्फ 92 रन बनाए हैं. गेंदबाज़ी में उन्होंने ज़रूर 6 विकेट झटके हैं, लेकिन इसका फ़ायदा टीम को ज़्यादा नहीं हुआ है.

विजय लोकपल्ली कहते हैं, “रसेल का परफॉर्म ना करना टीम को बहुत चुभा है. वो एक ऐसे खिलाड़ी है जो अपने दम पर मैच पलट देते हैं. लेकिन उनका गेंद और बल्ले से फ्लॉप रहना, लीग में कोलकाता की स्थिति बताता है.”

शेल्डन कॉट्रेल

2019 विश्व कप में वेस्टइंडीज़ के लिए सर्वाधिक विकेट लेने वाले कॉट्रेल का ये पहला आईपीएल सीज़न है. नीलामी में पंजाब ने उन्हें 8.5 करोड़ रुपये देकर बड़े अरमानों से अपने साथ जोड़ा था.

लेकिन जितने शानदार तरीके से वो बल्लेबाज़ों को सेंड ऑफ देते हैं, उतने ही खराब इस सीज़न में उनके आंकड़े हैं. अपने शुरुआती छह मैचों में कॉट्रेल सिर्फ छह विकेट ही निकाल पाए हैं. पंजाब की टीम अपने पहले छह मैच हारी तो इसमें कॉट्रेल की भी भूमिका रही.

पूर्व क्रिकेटर अशोक मलहोत्रा का कहना है, “मेरे लिए सबसे ज़्यादा निराशाजनक ये कि आप किसी गेंदबाज़ को 12-15 करोड़ में नहीं खरीद सकते. कोई दिन खराब होने पर गेंदबाज़ों पर लाठी चलती है. उनका चार में से एक ओवर तो खराब जाता ही है. जितने भी नामी खिलाड़ी इस लीग में खेल रहे हैं, चाहे मैक्सवेल, कॉट्रेल, या पैट कमिंस हों, टीमों के लिए महंगी दुकान और फीका पकवान जैसे रहे हैं.”

इस सीज़न में कोलकाता के सुनील नारायन (8.5 करोड़), करुण नायर (5.6 करोड़) और चेन्नई के पीयूष चावला (6.5 करोड़) का प्रदर्शन भी उनकी कीमत के अनुसार नहीं रहा है.

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