अखिलेश को नसीहत के बाद ओपी राजभर से भाजपा खुश


(अजीत सिंह)
गाजीपुर (काशीवार्ता)। लोस उपचुनाव के परिणाम आने के बाद अखिलेश को नसीहत देने से सुभासपा अध्यक्ष ओमप्रकाश राजभर से भाजपा सरकार काफी खुश है। राष्ट्रपति चुनाव में एनडीए उम्मीदवार द्रोपदी मूर्मू को समर्थन देने के बाद भाजपा की राजभर से नजदीकियां फिर बढ़ गई हैं। यही वजह कि अब योगी सरकार राजभर को वाई श्रेणी की सुरक्षा प्रदान करने जा रही है। इसके लिए शासन ने राजभर की सुरक्षा का आकंलन करने के लिए गाजीपुर पुलिस से रिपोर्ट मांगी है। एलआईयू की रिपोर्ट मंडलीय समिति के माध्यम से शासन को प्रेषित की जाएगी। भाजपा के इस इनाम से यह बात अब स्पष्ट हो गई है कि भविष्य में राजभर योगी सरकार में शामिल हो सकते हैं। इसको लेकर सियासी गलियारे में चचार्ओं का बाजार गरम है।
वर्ष 2017 में भाजपा के साथ मिलकर चुनाव लड़ने वाले सुभासपा के ओपी राजभर योगी मंत्रिमंडल के सदस्य थे। मगर सरकार के खिलाफ बयानबाजी के कारण उन्हें 2019 के लोकसभा चुनाव के परिणाम आने पर सीएम योगी ने बर्खास्त कर दिया था। इसके बाद से लगातार वह भाजपा की आलोचना करते आ रहे हैं। भाजपा को वह दलित और पिछड़ा विरोधी भी बता चुके हैं। बीते विधानसभा चुनाव में उन्होंने सपा से गठबंधन करके छह सीटों पर अपने विधायक जीताने में कामयाब रहे, लेकिन यूपी में सरकार भाजपा की बन गई। इधर लोकसभा के उपचुनाव में आजमगढ़ और रामपुर में भी भाजपा जीत गई। इसके बाद राजभर का दिल धीरे धीरे बदलने लगा। और वह अखिलेश को नसीहत देना शुरू कर दिए।
उन्होंने यहां तक कह दिया था कि अखिलेश अगर एसी कमरों से निकल गए होते तो शायद रामपुर और आजमगढ़ सीट भाजपा नहीं जीत पाती। इसके बाद राष्ट्रपति चुनाव में विपक्ष के उम्मीदवार यशवंत सिन्हा को समर्थन के लिए बुलाई गई बैठक में भी ओपी राजभर को अखिलेश ने नहीं बुलाया। तब ओपी राजभर का पारा गरम हो गया और अखिलेश को अनाप शनाप बोलने लगे। साथ ही उन्होंने राष्ट्रपति चुनाव में भाजपा का साथ देने की घोषणा की और दिल्ली में गृहमंत्री अमित शाह से मुलाकात के बाद राजभर सपा पर और हमलावर हो गए। उन्होंने द्रोपदी मूर्मू का भी समर्थन किया। इस समर्थन से खुश होकर योगी सरकार ने राजभर को वाई श्रेणी की सुरक्षा देने के लिए गाजीपुर पुलिस से रिपोर्ट मांगी है। एलआईयू के अधिकारी ने बताया कि गृह विभाग से पत्र आने पर एलआईयू की रिपोर्ट सुरक्षा का आकलन करके मंडलीय समिति को भेज दी गई है। इससे यह साफ हो गया है कि आने वाले दिनों में राजभर भाजपा सरकार का हिस्सा बन सकते हैं। राजभर के आने से भाजपा को 2024 के लोकसभा चुनाव में गाजीपुर, आजमगढ़, जौनपुर, बलिया, चंदौली सहित पूर्वांचल के करीब दर्जन जिलों में राजभर वोटों का लाभ मिलेगा। राजभर के बूते विधानसभा चुनाव में गाजीपुर की सभी सीटें सपा ने हथिया ली थी। यही कारण है कि विधानसभा चुनाव के परिणामों से सबक लेकर भाजपा अभी से लोकसभा चुनाव को देखते हुए जातीय समीकरण बैठाने शुरू कर दिए हैं।