किसान, कोरोना, गुरुनानक, अरविंदो…पीएम मोदी के मन की बात की बड़ी बातें


प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रविवार को दिल्ली बॉर्डर पर जारी किसान आंदोलन के बीच तमाम मुद्दों पर देश के सामने अपनी बात रखी. पीएम ने बताया कि अन्नपूर्णा देवी की प्रतिमा कनाडा से वापस आ रही है जिसके लिए उन्होंने कनाडा सरकार का शुक्रिया अदा किया. पीएम ने 5 दिसंबर को पुण्यतिथि को लेकर अरबिंदो को भी याद किया. उन्होंने कहा कि अरबिंदो को हम जितना पढ़ते हैं, उतनी ही गहराई हमें मिलती जाती है. साथ ही पीएम मोदी ने कृषि कानूनों पर कहा कि इससे किसानों को नए रास्ते मिले हैं.

-किसान आंदोलन के बीच मन की बात कार्यक्रम में पीएम मोदी ने कहा कि काफी विचार-विमर्श के बाद भारत की संसद ने कृषि सुधारों को कानूनी ढांचा प्रदान किया था. इन सुधारों से न सिर्फ किसानों के अनेक बंधन समाप्त हुए हैं, बल्कि उन्हें नए अधिकार भी मिले हैं, नए अवसर भी मिले हैं. प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि कानून में एक और बहुत बड़ी बात है. इस कानून में ये प्रावधान किया गया है कि क्षेत्र के एसडीएम को एक महीने के भीतर ही किसान की शिकायत का निपटारा करना होगा.

-मोदी ने कहा, किसानों में जागरूकता बढ़ाने का ऐसा ही एक काम कर रहे हैं राजस्थान के बारां जिले में रहने वाले मोहम्मद असलम. ये एक किसान उत्पादक संघ के सीईओ भी हैं. उम्मीद है कि बड़ी-बड़ी कंपनियों के सीईओ को यह सुनकर अच्छा लगेगा कि अब देश के दूर-दराज वाले इलाकों में काम कर रहे किसान संगठनों में भी सीईओ होने लगे हैं.

-पीएम ने कहा कि साथियों, जागरूकता है तो जीवंतता है. अपनी जागरूकता से हजारों लोगों का जीवन प्रभावित करने वाले एक कृषि उद्यमी वीरेंद्र यादव हैं. मेरा नौजवानों, विशेषकर कृषि की पढ़ाई कर रहे लाखों विद्यार्थियों से आग्रह है कि वो अपने आस-पास के गांवों में जाकर किसानों को आधुनिक कृषि के बारे में हाल में हुए कृषि सुधारों के बारे में जागरुक करें.

-पीएम मोदी ने कहा कि आज मैं आप सबको एक खुशखबरी बता रहा हूं. हर भारतीय को यह जानकर गर्व होगा कि देवी अन्नपूर्णा की एक बहुत पुरानी प्रतिमा कनाडा से वापस भारत आ रही है. माता अन्नपूर्णा का काशी से विशेष संबंध है. अब उनकी प्रतिमा का वापस आना सभी के लिए सुखद है. माता अन्नपूर्णा की प्रतिमा की तरह ही हमारी विरासत की अनेक अनमोल धरोहरें, अंतरराष्ट्रीय गिरोहों का शिकार होती रही हैं.

-मोदी ने कहा कि पांच 5 दिसंबर को श्री अरबिंदो की पुण्यतिथि है. अरबिंदो को हम जितना पढ़ते हैं, उतनी ही गहराई हमें मिलती जाती है. अरबिंदो ने राष्ट्रीय शिक्षा को लेकर जो बात तब कही थी, जो अपेक्षा की थी, आज देश उसे नई राष्ट्रीय शिक्षा नीति के जरिए पूरा कर रहा है.

-पीएम ने कहा कि पिछले दिनों मुझे देश-भर की कई विश्वविद्यालयों के छात्रों के साथ संवाद का, उनकी एजुकेशन जर्नी के महत्वपूर्ण कार्यक्रमों में शामिल होने का अवसर मिला. देश के युवाओं के बीच होना बेहद तरो-ताजा करने वाला और ऊर्जा से भरने वाला होता है. मेरे युवा साथी श्री अरबिंदो को जितना जानेंगे उतना ही अपने आप को जानेंगे और खुद को समृद्ध करेंगे.

-प्रधानमंत्री ने कहा कि कोरोना से पहले के दिनों में जब मैं रूबरू किसी संस्थान के कार्यक्रम में जाता था, तो यह आग्रह भी करता था कि आस-पास के स्कूलों से गरीब बच्चों को भी उसी समारोह में आमंत्रित किया जाए. वो बच्चे उस समारोह में मेरे स्पेशल गेस्ट बनकर आते रहे हैं. स्कूल-कॉलेज से निकलने के बाद दो चीजें कभी खत्म नहीं होती हैं- एक आपकी शिक्षा का प्रभाव और दूसरा आपका अपने स्कूल, कॉलेज से लगाव. मेरा संस्थानों से आग्रह है कि अलुमनी एंगजेमेंट के नए और इनोवेटिव तरीकों पर काम करें.