कृष्णानंद की शहादत दिवस पर गरजे भाजपाई


गाजीपुर (काशीवार्ता)। मुहम्मदा बाद के शहीद पार्क में मंगलवार को पूर्व विधायक स्व. कृष्णानंद राय समेत सात लोगों का 17वां शहादत दिवस मनाया गया। शहादत दिवस के मौके पर केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह समेत दर्जनों ने स्वर्गीय कृष्णानंद राय को श्रद्धांजलि दी। साथ ही क्षेत्रीय जनता की अपार भीड़ भी अपने लोकप्रिय स्वर्गीय विधायक कृष्णानंद राय व उनके साथ शहीद हुए उनके सात साथियों के चित्र पर पुष्प अर्पित कर श्रद्धांजलि दिया।
केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह ने कहा कि भाजपा सरकार माफियाओं को उनके असली जगह पहुंचाने का कार्य कर रही है। उन्होंने कहा कि भाजपा की सरकार गुंडे माफियाओं को किसी भी सूरत में पनपने नहीं देगी। आप लोग यहां के माफियाओं की हालत देख रहे होंगे। इस दौरान उन्होंने खूब ललकारा। मुहम्मदाबाद की पूर्व विधायक अलका राय ने सभा को संबोधित करते हुए कहा मुहम्मदाबाद की धरती से माफियाओं के सफाये के लिए प्रदेश में दूसरी बार भी भाजपा सरकार बन चुकी है। माफियाआें दमन सरकार तेजी से कर रही है। इस दौरान पीयूष राय ने वहां मौजूद लोगों का अभिवादन करते रहे।
पूर्व मंत्री उपेंद्र तिवारी भी माफियाओं को जमकर ललकार।जम्मू एवं कश्मीर के एलजी मनोज सिन्हा के पुत्र अभिनव सिन्हा ने अपने समर्थकों संग कृष्णानंद राय को श्रद्धा सुमन अर्पित किया। शहीद पार्क में श्रद्धांजलि सभा से पहले पूर्व विधायक अलका राय, पीयूष राय, स्व. विधायक के भतीजे आन्नद राय मुन्ना समेत अन्य नेताओं ने बसनियां चट्टी पहुंच अष्ट शहीद स्मारक स्थल पर ं पुष्प अर्पित कर श्रद्धांजलि दिया। इस दौरान सैययदराजा विधायक सुशील सिंह, केवी राय, बृजेंद्र राय, मुन्ना राय, अभिनव सिन्हा सहित तमाम लोगों ने स्व. कृष्णानंद राय को श्रद्धांजलि दी।
कृष्णानंद राय की हत्या से दहल गया था पूर्वांचल
बतादे की सन् 2005में मोहम्दाबाद से भाजपा विधायक स्व. कृष्णानंद राय के साथ उनके सात करीबियों की बसनियां चट्टी पर उस समय हत्या कर दी गई थी, जब वो अपने क्षेत्र में एक क्रिकेट मैच का उद्घाटन कर वापस आ रहे थे। उस समय विधायक कृष्णानंद राय जो हमेशा अपने लाव लश्कर के साथ बुलेटप्रूफ वाहन में चलते थे। लेकिन हत्या के दिन वो ना ही बुलेटप्रूफ वाहन में थे। और ना ही लाव लश्कर के साथ। अपराधियों ने एके 147 से कृष्णानंद राय के काफिले पर अंधाधुंध गोलियां चलानी शुरू कर दी जिससे किसी को संभलने का मौका तक नहीं मिला।