जिलाधिकारी की फटकार से मनरेगा कर्मियों में खलबली


गाजीपुर (काशीवार्ता)। कचहरी स्थित जिला पंचायत सभागार में बुधवार को डीएम आर्यका अखौरी ने विभागों के प्रगति समीक्षा बैठक की। इस दौरान कार्यों में लापरवाहीं मिलने पर डीएम आर्यका अखौरी ने विभागीय अधिकारी सहित कर्मचारियों को फटकार लगायी। वहीं मनरेगा श्रमिकों के भुगतान की लापरवाहीं पर चार तकनीकी सहायकों का वेतन रोकने के लिए निर्देश दिया जिससे संबंधित कर्मचारियों में खलबली मची है।
जनपद के 28 विभागों के 16 ब्लाकों में कराएं जा रहे कार्यों की डीएम आर्यका अखौरी ने समीक्षा किया। इस दौरान मनरेगा योजना के तहत कराए जा रहे कार्यों की सभी बिंदुओं पर समीक्षा किया। समीक्षा के दौरान जिस ब्लाक में कार्यों की प्रगति धीमी व शुरू नहीं हुआ है। उन ब्लाकों में सादात, करंडा, बिरनों व देवकली शामिल रहा। कार्यों की धीमी प्रगति पर डीएम ने कहा कि श्रमिकों के पसीना सूखने से पहले उनकी मजदूरी मिलना चाहिए। मनरेगा के तहत जो भी कार्ययोजना बनी है, उसे निश्चित समय में हीं पूर्ण कराएं। जिससे श्रमिकों को रोजगार मिले। उन्होंने वर्ष 2020-21 एवं वर्ष 2021-22 के अपूर्ण प्रधानमंत्री आवास एवं मुख्यमंत्री आवास की रिकवरी कराने के लिए निर्देश दिया। उन्होने कहा कि खण्ड विकास अधिकारी सचिव एवं ग्राम प्रधान के साथ प्रतिदिन बैठक करें। मुख्य विकास अधिकारी श्रीप्रकाश गुप्ता को प्रधानमंत्री एंव मुख्यमंत्री आवास के जांच के लिए जिला स्तरीय कमेटी बनाने के लिए निर्देश दिया, वहीं अधूरे सामुदायिक शौचालयों को 15 अक्टूबर तक पूर्ण कराते हुए हैण्डओवर कराने का निर्देश दिया। जन कल्याणकारी योजनाओं को प्राथमिकता के आधार पर लागू कर पात्र व्यक्तियों को लाभ पहुचायां जाये। इस दौरान सीडीओ श्रीप्रकाश गुप्ता, सीएमओ डा. हरगोविंद सिंह, पीडी राजेश यादव, अपर जिला सूचना अधिकारी राकेश कुमार, सहित अन्य विभागीय अधिकारी मौजूद रहे।