मंदसौर में शिवना नदी ऊफान पर, कैसे बाढ़ के पानी में डूबा पशुपतिनाथ मंदिर का शिवलिंग


असम और बिहार के बाद अब मध्य प्रदेश बाढ़ (Flood in Madhya Pradesh) से प्रभावित है. प्रदेश के सैंकड़ों गांव बाढ़ की चपेट में हैं. नर्मदा नदी की इस बाढ़ ने 1999 की बाढ़ का रिकॉर्ड तोड़ दिया है.राज्य के पूर्वी हिस्से में भारी-बारिश और बाढ़ से जन जीवन बुरी तरह प्रभावित है. मंदसौर (Mandsaur) में शिवना नदी (Shivna River ) अपने ऊफान पर है. एएनआई के मुताबिक भारी बारिश के कारण शिवना नदी का पानी पशुपतिनाथ मंदिर (Pashupatinath Temple ) के अंदर तक घुस गया. जिसके बाद मंदिर के भीतर स्थापित शिवलिंग तक बाढ़ के पानी में डूब गया है. मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक राज्य में बाढ़ से नौ जिलों के 394 से ज्यादा गांवों में तबाही मची है.

बाढ़ में फंसे लोगों को हेलीकॉप्टर से किया जा रहा एयरलिफ्ट

बता दें कि अब तक सात हजार लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया जा चुका है. बाढ़ में फंसे लोगों को हेलीकॉप्टर से मदद दी जा रही है. छिंदवाड़ा में बाढ़ में फंसे 5 लोगों को हेलीकॉप्टर से एयरलिफ्ट किया गया. होशंगाबाद, सीहोर और रायसेन जिले के कई गांव बाढ़ में घिरे हैं। यहां राहत कार्यो के लिए सेना को लगाया गया है.

411 गांव बाढ़ से प्रभावित

मध्य प्रदेश में नर्मदा नदी की इस बाढ़ ने 1999 की बाढ़ का रिकॉर्ड तोड़ दिया है. फिलहाल बाढ़ में फंसे लोगों को निकालने का काम जारी है. इस काम में 5 हेलिकॉप्टर्स को लगाया गया है.
जानकारी मिली है कि प्रदेश के 411 गांव बाढ़ (Flood in Madhya Pradesh) से प्रभावित हैं. फिलहाल जारी रेस्क्यू ऑपरेशन में लगभग 800 लोग बचाए जा चुके हैं. उन्हें वहां से सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया है.

सीएम शिवराज ने बाढ़ प्रभावित इलाकों का किया हवाई सर्वेक्षण

उधर मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने बाढ़ प्रभावित इलाके विदिशा का हवाई दौरा कर पीड़ितों को हर संभव मदद का आश्चासन दिया. भारतीय वायु सेना ने सीहोर में सोमालवाड़ा के बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों से लोगों को रेस्क्यू किया। बालाघाट जिले के एक गांव में फंसे तीन लोगों को भी एयरलिफ्ट कर लिया गया है। वहीं मुख्यमंत्री ने पीएम मोदी को भी बाढ़ के हालात की जानकारी दी.