मंत्री ने की शशिपाल की अनदेखी, बंटी को पुचकारा


मरदह/गाजीपुर (काशीवार्ता)। शनिवार को जिस बंटी राजभर की मौत की अफवाह पर ग्रामीणों ने मरदह थाने पर पथराव कर पुलिसकर्मियों को ईंट -पत्थर मारकर घायल कर दिया था। रविवार को जिला चिकित्सालय से बंटी राजभर के घर आने पर कैबिनेट मंत्री उत्तर प्रदेश सरकार अनिल राजभर देर शाम को उसके मरदह स्थित आवास पर पहुँचे। तबियत जानने के बाद घटना का विवरण जाना। इस घटना में घायल दूसरे पक्ष के भाजपा नेता शशिपाल सिंह के घर पर मंत्री अनिल राजभर जाना मुनासिब नहीं समझा। इसको लेकर लोगों में नाराजगी है। इस मौके पर उपस्थित ग्रामीणों ने पुलिस द्वारा बेगुनाहों को गिरफ्तार किए जाने एवं महिलाओं, बच्चों को पुलिस दबिश के दौरान पिटे जाने का आरोप लगाया। थाने में बवाल में दर्ज मुकदमे में गिरफ्तार लोगों को छोड़ने की मांग की। मौके पर उपस्थित सीओ कासिमाबाद विजय आनन्द शाही एवं एसडीएम कासिमाबाद को कैबिनेट मंत्री अनिल राजभर ने पुन: बस्ती में दबिश न देने की हिदायत देते हुए घटना में शामिल बेगुनाह लोगों को छोड़ने की बात कही। इस अवसर पर भाजपा नेत्री लालसा राजभर, गुड्डू राजभर, प्रवीण पटवा, नन्दा राजभर, सरवन राजभर, श्रीराम वर्मा आदि नेतागण उपस्थित रहे। कैबिनेट मंत्री के आगमन पर इस बवाल की शुरूआत में मारपीट में घायल भाजपा के मरदह मंडल अध्यक्ष एवं जिला पंचायत सदस्य शशिप्रकाश सिह के घर जाकर कुशलक्षेम न जानने पर तरह-तरह की चर्चा की जाती रही। इसको लेकर राजपूत समाज के लोग आहत हैं।
पथराव मामले में 68 नामजद व 50 अज्ञात पर मुकदमा
रामलीला कमेटी अध्यक्ष पर हमले के बाद शनिवार को युवक की मौत के अफवाह पर ग्रामीणों के पथराव करने के मामले में पुलिस ने 68 नामजद एवं 50 अज्ञात के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया है। कस्बे में दबिश देकर 21 लोगों को उठा लिया। इधर रविवार को पीएसी ने रूट मार्च किया।
गत 14 अक्तूबर को कस्बे में आयोजित रामलीला मंचन के दौरान शरारती युवकों ने कलाकारों से अभद्रता करने के साथ कमेटी के सदस्यों से मारपीट की थी। 15 अक्तूबर को रामलीला कमेटी अध्यक्ष को मारपीटकर घायल कर दिया था। घायल की तहरीर पर पुलिस ने पांच युवकों को गिरफ्तार कर लिया था। 16 अक्तूबर को पुलिस गिरफ्त में युवक की मौत की अफवाह पर ग्रामीणों ने थाने पर पथराव शुरू कर दिया था। इसमें थानाध्यक्ष सहित सात पुलिस कर्मी घायल हो गए थे। इधर एसपी ग्रामीण ने गिरफ्तार युवकों को निजी मुचलके पर छोड़ दिया था। इसके बाद रविदास मंदिर पर चल धरना समाप्त हुआ। देर रात पुलिस ने 68 नामजद और 50 अज्ञात के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर कस्बे में दबिश दी। साथ ही 21 लोगों को रात में उठाकर पूछताछ शुरू कर दी। पीएसी के जवानों के साथ पूरे कस्बे में शांति व्यवस्था कायम रखने के लिए पुलिस टीम ने फ्लैग मार्च किया तथा लोगों से शांति व्यवस्था कायम रखने की अपील की। सीओ कासिमाबाद विजय आनंद शाही ने बताया कि शांति व्यवस्था के लिए लोगों से संवाद बनाए हुए हैं। कानून को हाथ में लेने की किसी को इजाजत नहीं दी जाएगी।