24 घंटे में 20 हजार से ज्यादा लोग हुए स्वस्थ


नई दिल्ली। भारत में कोरोना वायरस से संक्रमित मरीजों की संख्या बढ़कर 9.36 लाख को पार कर गई है। इसमे से 5.92 लाख लोग ठीक हो चुके हैं और 3.19 लाख एक्टिव केस बचे हैं। बीते 24 घंटों के दौरान 20 हजार से ज्यादा लोग ठीक भी हुए हैं। भारतीय चिकित्सा अनुसंधान परिषद के मुताबिक मंगलवार 14 जुलाई तक कुल एक करोड़ 24 लाख 12 हजार 664 नमूनों की जांच की गई है। मंगलवार को एक दिन में ही 3,20,161 सैंपल के टेस्ट किए गए है। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के आंकड़ों के अनुसार, पिछले 24 घंटों के दौरान कोरोना वायरस के 29,429 नए मामले सामने आए हैं, जबकि 582 लोगों की मौत हुई है। देश में कोरोना वायरस से संक्रमित लोगों की कुल संख्या 9 लाख 36 हजार 181 हो गई है। इसमें से 3 लाख 19 हजार 840 एक्टिव मामले हैं, जबकि 5 लाख 92 हजार 32 लोग स्वस्थ हो चुके हैं। देश में अब तक कुल 24,309 लोगों की जान जा चुकी है। मंत्रालय के अनुसार, महाराष्ट्र कोरोना वायरस के संक्रमण से सबसे अधिक प्रभावित राज्य है।
यहां कुल 2 लाख 67 हजार 665 मामले सामने आ चुके हैं और अब तक 10,695 लोगों की मौत हो चुकी है। वहीं, तमिलनाडु में कोरोना वायरस से संक्रमित लोगों की संख्या 1 लाख 47 हजार 324 पहुंच गई है। राज्य में वायरस से 2,099 लोगों की मौत हुई है। राजधानी दिल्ली में कोरोना संक्रमितों की संख्या 1 लाख 15 हजार 346 है और 3,446 लोगों की जान जा चुकी है।

कोरोना को हरा चुके लोगों
की ‘इम्युनिटी’ हो जाती है कम

कोरोना वायरस से ठीक हो चुके लोग इन दिनों अन्य मरीजों के लिए एक उम्मीद बने हुए हैं। ये लोग अपना प्लाज्मा डोनेट करके दूसरों की जान बचा रहे हैं। इसकी एक वजह ये है कि कोरोना को हरा चुके लोगों के भीतर एंटीबॉडी तैयार हो जाता है जो संक्रमण को दोबारा नहीं पनपने देता। लेकिन इस बीच वैज्ञानिकों ने खुलासा किया है कि कोरोना संक्रमण से ठीक हो चुके लोगों की इम्युनिटी हमेशा के लिए बरकरार नहीं रहती। कुछ ही महीनों में इन लोगों की इम्युनिटी अपने आप कम हो जाती है। ब्रिटेन के एक पत्रिका में छपे एक नए शोध में दावा किया गया है कि कोरोना वायरस से ठीक हो चुके लोगों में दोबारा संक्रमण फैल सकता है। वैज्ञानिकों के दुनियाभर से जुटाए आंकड़ों के आधार पर निष्कर्ष निकाला है कि एक बार कोरोना से ठीक हो चुके मरीजों में कुछ महीनों बाद इम्युनिटी कम हो जाती है।
कोरोना वायरस के खिलाफ शरीर में तैयार हो चुके एंटीबॉडी भी जल्द खत्म हो जाते हैं। लंदन में स्थित किंग कॉलेज की डॉ. कैटी डूरेस का कहना है कि कोरोना से ठीक होने वाले मरीजों के भीतर एक एंटीबॉडी तैयार हो जाती है कि संक्रमण को दोबारा फैलने से रोकती है। लेकिन हमने शोध में पाया है कि लगभग तीन महीने बाद शरीर में ये एंटीबॉडी पूरी तरह से खत्म हो जाते हैं। इसकी वजह से कोरोना के दोबारा फैलने का खतरा है।