‘नेहरू-गांधी परिवार का विशेष स्थान हमेशा रहा है, हमेशा रहेगा…’, हार के बाद बोले शशि थरूर


कांग्रेस अध्यक्ष पद के उम्मीदवार शशि थरूर ने बुधवार को अपनी हार स्वीकार कर ली। इसके साथ ही उन्होंने अपने प्रतिद्वंद्वी मल्लिकार्जुन खड़गे को बधाई दी है। शशि थरूर ने कहा कि अंतिम फैसला खड़गे के पक्ष में रहा, कांग्रेस चुनाव में उनकी जीत के लिए मैं उन्हें हार्दिक बधाई देना चाहता हूं। इसके साथ ही उन्होंने कहा कि कांग्रेस का अध्यक्ष बनना बड़े सम्मान, बड़ी जिम्मेदारी की बात है। कांग्रेस सांसद ने कहा कि सर्वाधिक संकटपूर्ण स्थितियों में पार्टी का संबल बने रहने और नेतृत्व प्रदान करने के लिए हम निवर्तमान कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी के ऋणी हैं। उन्होंने कहा कि कांग्रेस अध्यक्ष पद का स्वतंत्र और निष्पक्ष चुनाव कराने में अपना योगदान देने के लिए मैं राहुल गांधी, प्रियंका गांधी का धन्यवाद करता हूं।

शशि थरूर ने आगे कहा कि कांग्रेस पार्टी के सदस्यों के दिलों में नेहरू-गांधी परिवार का विशेष स्थान हमेशा रहा है, हमेशा रहेगा। कांग्रेस सीईसी अध्यक्ष मधुसूदन मिस्त्री ने कहा कि मैं मल्लिकार्जुन खड़गे को कांग्रेस का निर्वाचित अध्यक्ष घोषित करता हूं। उन्होंने कहा कि कुल मतगणना 9,385 थी, जिसमें मल्लिकार्जुन खड़गे को 7,897 मत और डॉ शशि थरूर को 1,072 मत मिले। अमान्य वोट- 416 थे। दूसरी ओर सचिन पायलट ने कहा कि भारी बहुमत से मल्लिकार्जुन खड़गे जी जीते हैं, ये लोकतंत्र की जीत है और कांग्रेस पार्टी की जीत है। मैंने मल्लिकार्जुन खड़गे जी को बधाई दी है। मुझे पूरा भरोसा है कि खड़गे जी का व्यापक अनुभव पार्टी को मिलेगा। 

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खड़गे को जहां गांधी परिवार के साथ उनकी कथित निकटता और बड़ी संख्या में वरिष्ठ नेताओं का समर्थन करने के लिए पसंदीदा माना जाता है, वहीं थरूर ने खुद को बदलाव के उम्मीदवार के रूप में खड़ा किया है। कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी, पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह, कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी और कई अन्य वरिष्ठ नेताओं समेत करीब 9500 डेलीगेट (निर्वाचक मंडल के सदस्यों) ने पार्टी के नए अध्यक्ष के चुनाव के लिए सोमवार को मतदान किया था। कांग्रेस पार्टी के 137 साल के इतिहास में छठी बार अध्यक्ष पद के लिए चुनाव हुआ है। अध्यक्ष पद के लिए अब तक 1939, 1950, 1977, 1997 और 2000 में चुनाव हुए हैं। इस बार पूरे 22 वर्षों के बाद अध्यक्ष पद के लिए चुनाव हुआ।