निषाद पार्टी के अध्यक्ष के बयान से भाजपा नेता सकते में


चोपन(सोनभद्र)। कहने को तो चोपन नगर पंचायत सीट पर एनडीए गठबंधन चुनाव लड़ रहा है। जिस तरह पहले से ही चुनाव प्रचार-प्रसार में अपना दल पार्टी गायब दिखी उससे गठबंधन पर सवाल तो उठ ही रहा था। अब रविवार को गठबंधन पर उस समय सवाल उठा, जब निषाद पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष संजय निषाद चोपन नगर पंचायत के मालाही टोला पहुँचे। उनके भाषण से बीजेपी के पदाधिकारियों के होश उड़ा दिए। भाषण के दौरान राष्ट्रीय अध्यक्ष ने निषाद पार्टी का ही गुणगान गाते दिखे। जबकि गठबंधन की सबसे बड़ी पार्टी बीजेपी का नाम मात्र का ही जिक्र सुनने को मिला। इतना ही नहीं राष्ट्रीय अध्यक्ष ने कह दिया कि, अगर चोपन नगर पंचायत की सीट निषाद पार्टी जीत जाती है तो इसके बाद ओबरा विधान सभा में विधायक व मंत्री भी उनके पार्टी से ही होगा। सोचने वाली बात है जिले में एक मात्र संसदीय सीट पहले ही गठबंधन कोटे से अपना दल के हिस्से में है, जिसका पहले विरोध हो रहा था, धीरे-धीरे बीजेपी के बड़े नेता संसदीय सीट का ख्वाब छोड़ दिये। ओबरा विधानसभा से अगर निषाद पार्टी को कोटे से अगर विधायक की सीट मिल जाती है तो बीजेपी नेताओं की राजनीति भी खत्म हो सकती है। ओबरा विधानसभा से जीत कर बीजेपी के विधायक ही मंत्री बने है। अब ऐसे में अगर निषाद पार्टी विधानसभा पर दावा करती है और जीत जाती है तो निश्चित ही जीता हुआ विधायक मंत्री के रेस में सबसे आगे होगा।
सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार संजय निषाद के भाषण का असर जिले से लेकर राजधानी तक हुआ है। बीजेपी को उनका कहना नगवार गुजरा और रात 2 बजे तक कई नेताओं की घण्टी बजती रही। बीजेपी के नेताओं में इस बात की भी नाराजगी देखने को मिली कि मंच साझा के दौरान पार्टी के कई नेताओं को तवज्जो नहीं दिया । देखने वाली बात यह होगी कि नगर पंचायत चुनाव के बाद बीजेपी के नेताओं की राजनीति में इजाफा होता है या निषाद पार्टी का वर्चस्व घाट नीचे बन जायेगा मंत्री के सामने ही आचार संहिता का खुला उलंघन किया गया।