अब तो नासूर बन गयी जल जमाव की समस्या


वाराणसी (काशीवार्ता)। मानसून सक्रिय होने के बाद शहर के कई इलाकों में जलजमाव की समस्या अब नासूर बन चुकी है। आदमपुर, बजरडीहा, बड़ी गैवी की समस्या दशकों से बनी हुई है। ग्रामीण इलाकों में जब सड़क किनारे बाजार विकसित हुए तो नालियां न होने से सड़कों की जलनिकासी ही बन्द हो गई है। इसके चलते तमाम सड़कों पर जलजमाव होने से अब सड़क जलाशय का रूप ले चुका है। आशापुर बाजार से लेकर चन्द्रा चौराहा – बलुआ मार्ग पर तमाम प्रयास के बावजूद दुश्वारियां कम नहीं हो रही है। केंद्रीय व राज्य मंत्री से शिकायत के बाद यहां गिट्टी डालकर गड्ढो के भरने की कवायद शुरू हुई लेकिन जलनिकासी का समुचित प्रबंध न होने पर यहां फिर से बड़े – बड़े गड्ढे उभर आये हैं। चन्द्रा क्रासिंग के आगे लगभग 200 मीटर तक सड़क के गड्ढों में पानी लहरा रहा है । सड़क किनारे कई जगह खाई नुमा निष्प्रयोज्य गड्ढे हैं यदि प्रयास कर सड़क का पानी वैकल्पिक रूप से इन बड़े गड्ढो में डायवर्ट कर दिया जाये तो समस्या का तत्काल निदान हो जायेगा। रेलवे लाइन किनारे के गड्ढे भी विकल्प बन सकते हैं। पानी युक्त खतरनाक गड्ढों की चपेट में आकर यहां अक्सर लोग गिरकर चोटिल हो रहे हैं। कई बार बड़े वाहन भी गड्ढों में फंसकर फजीहत बन रहे हैं। इसी तरह आशापुर बाजार से हिरावन पुर होते सारनाथ स्टेशन जाने वाला मार्ग भी जलाशय बन गया।
यहां कुछ वर्षों पूर्व सरकारी पैसे का ऐसा बंदर बांट हुआ सीवर लाइन कहाँ गई पता ही नहीं चल रहा लोग पहले की तरह पानी सीधे सड़क पर बहाते थे अब सड़क का पानी उल्टा घर में घुस रहा।इसी तरह राजातालाब बाजार में नाला सफाई नहीं होने से बाजार में जल जमाव की समस्या नासुर बन चुकी है। बारिश से यहां के कई मोहल्लों में जल जमाव फिर शुरू हुआ तो आने-जाने में लोगों को परेशानी होने लगी है। बरसात शुरू होने से पहले नाला सफाई के दावे भी धरातल पर नहीं दिखे।
पुरानी पुलिस चौकी राजातालाब जक्खिनी वाया रानी बाजार रेलवे क्रॉसिंग रोड के पूरब तरफ बन रहा नाला का कार्य अबतक पूरा नहीं हो पाया है इस बावत लोगों ने आलाधिकारियों से कई बार गुहार भी लगाई लेकिन सतह पर परेशानी जस की तस बनी हुई है। वरूणा पार के शिवपुर, पहड़िया, पांडेयपुर ,पुलिस लाइन समेत कई इलाकों में पेयजल की भूमिगत पाइप लाइन टूट जाने से भी सड़के बदहाल है।