बिजली के क्षेत्र में आत्मनिर्भर हो चुका है भारत


गाजीपुर (काशीवार्ता)। अमृत महोत्सव पर प्रदेश में विद्युत क्षेत्र में हुई उपलब्धियों को साझा करने के लिए बुधवार को उज्जवल भारत उज्जवल भविष्य ऊर्जा कार्यक्रम ग्राम पंचायत धामूपुर में आयोजित किया गया। विधान परिषद सदस्य विशाल सिंह चंचल एवं अपर जिलाधिकारी ने दीप प्रज्वलित कर कार्यक्रम का शुभारंभ किया। इसके बाद प्रदर्शनी का अवलोकन किया गया।
इस मौके पर एमएलएसी ने कहा कि आजादी के अमृत महोत्सव के तहत 25 से 30 जुलाई तक उज्जवल भारत उज्जवल भविष्य ऊर्जा कार्यक्रम मनाया जा रहा है। उन्होंने केंद्र सरकार की ओर से बिजली क्षेत्र में हासिल किए गए प्रमुख उपलब्धियों पर प्रकाश डाला। कहा कि भारत अब अपने पड़ोसी देशों को बिजली निर्यात कर रहा है। पूरे देश को एक ग्रिड में जोड़ने के लिए 1,63,000 सर्किट किलोमीटर ट्रासमिशन लाइनें जोड़ी गई, जो एक फ्रीक्वेंसी से संचालित हो रही हैं। लद्दाख से कन्याकुमारी तक और कच्छ से म्यांमार तक यह दुनिया के सबसे बड़े एकीकृत ग्रिड के रूप में उभरा है। इस ग्रिड का इस्तेमाल करके हम देश के एक कोने से 1,12,000 मेगावाट बिजली पहुंचा सकते हैं। हमने कॉन्फ्रेंस आॅफ पार्टीज कोप-21 में वचन दिया था कि 2030 तक अक्षय ऊर्जा स्रोतों से हमारी उत्पादन क्षमता का 40 फीसदी पहुंच जाएगा। हमने यह लक्ष्य निर्धारित लक्ष्य से 9 साल पहले नवंबर 2021 में ही हासिल कर लिया है। आज हम अक्षय ऊर्जा स्रोतों से 1,63,000 मेगावाट से भी अधिक बिजली पैदा करते हैं। उन्होंने बिजली से क्षेत्र में हो रहे विकास एवं लाभों पर प्रकाश डाला और पिछले कुछ वर्षों में बिजली क्षेत्र के अभूतपूर्व वृद्धि पर अपनी राय खुल कर रखी। इस अवसर पर अधीक्षण अभियंता सीबी सिंह, उपमहाप्रबंधक अनुराग सिंह, वरिष्ठ प्रबंधक नीरज कुमार, अधिशासी अभियंता मनीष कुमार, भोलानाथ स्मारक महाविद्यालय के प्रबंधक सौरभ सिंह, अनिल कुमार पांडेय एवं टीम मैनेजर पावर ग्रिड के परिवार सहित जनप्रतिनिधि एवं अधिकारी मौजूद रहे। कार्यक्रम का संचालन नेहरू युवा केंद्र के एसीटी सुभाष प्रसाद ने किया।