राजदरी-देवदरी की वादियां बनेंगी एडवेंचर्स टूरिज्म का केंद्र


चंदौली (काशीवार्ता)। दुनिया के सबसे पुराने जीवंत शहर और भारत की अध्यात्मिक व सांस्कृतिक राजधानी काशी के पड़ोसी जिले चंदौली को ईको टूरिज्म का बड़ा हब बनाने की तैयारी है। कभी नक्सलियों का गढ़ रहा चंदौली का नौगढ़ इलाका योगी सरकार में ईको टूरिज्म के बड़े केंद्र के रूप में उभरने जा रहा है। यहां पूर्वांचल का पहला स्काई वॉक देवदरी वाटरफॉल में जल्द ही बनने जा रही है। देवदरी वाटर फाल पर अब ग्लास ब्रिज का निर्माण होगा। योगी सरकार का लक्ष्य है कि चंद्रप्रभा वाइल्ड लाइफ सेंचुरी को ईको टूरिज्म के तौर पर विकसित किया जाए। जिलाधिकारी ने ईको टूरिज्म को बढ़ावा देने वाले राजदरी और देवदरी के लिए 2-2 करोड़ के तीन प्रोजेक्ट की मंजूरी के लिए शासन को प्रस्ताव भेजा है। इसमें देवदरी वाटरफाल पर स्काई वॉक, जिप लाइन, क्लिफ स्विंग और चंद्रकांता थीम पार्क के साथ अन्य एडवेंचर्स गतविधियां हो सकेंगी, वहीं राजदारी में भी ईको टूरिज्म को विकसित किया जा सकेगा। इससे स्थानीय लोगों को रोजगार मिलेगा, जिससे उनका जीवन स्तर ऊपर उठे सकेगा।
प्राकृतिक सम्प्रदा से भरा जिला चंदौली नेचुरल ब्यूटी और वाटर फाल के लिए जाना जाता है। चंदौली को हरी भरी पहाड़ियों और कई वाटरफॉल के चलते पूर्वांचल के हिल स्टेशन के रूप में भी जाना जाता है। चंदौली की निवर्तमान जिलाधिकारी ईशा दुहन ने बताया कि चंद्रप्रभा वाइल्ड लाइफ सेंचुरी के अंतर्गत राजदरी- देवदरी में विकास करने की योजना बनाई गई है। इसके साथ ही जिप लाइन, क्लिफ स्विंग, अय्यारी और रहस्य के लिए मशहूर चंद्रकांता थीम पार्क और अन्य एडवेंचर्स गतिविधियों, फूड कोर्ट और टूरिस्ट इंटरप्रिटेशन सेण्टर के लिए भी प्रस्ताव शासन को भेजा है। राजदरी में भी स्थानीय उत्पादों से ईको शॉप बनाकर स्थानीय लोगों को देने की योजना है। रॉक क्लाइम्बिंग, टायर नेट वाल, कमांडो नेट वाल, गजिबो, ईको रिसोर्ट आदि की भी सुविधा यहां उपलब्ध कराई जाएगी, जिससे पर्यटक ईको टूरिज्म के साथ ही एडवेंचर टूरिज्म का भी आनंद ले सकेंगे।