रिंग रोड फेज-2 के निर्माण में मुआवजे ने रोका कार्य


वाराणसी (काशीवार्ता)। विकास परियोजनाओं को लेकर कई परियोजनाएं अभी भी लंबित पड़ी हैं, जिसमे रिंग रोड को लेकर किसानों को दिए जाने वाला मुआवजे का मुद्दा प्रमुख है। प्रकरण को लेकर कार्यदाई संस्था ने जिलाधिकारी को पत्र भी लिखा है। कहा कि समस्या निस्तारण तत्काल कराने की उनकी सिफारिश पर ध्यान दिया जाए। रिंग रोड-फेज-2 के निर्माण में आधा दर्जन स्थानों पर मार्ग निर्माण में काश्तकारों की ओर से मुआवजा समेत अन्य मांगों की वजह से कार्य रूक गया है। एनएचएआई ने जिलाधिकारी को पत्र लिखकर स्थल का उल्लेख करते हुए सिफारिश की है कि तत्काल बाधा दूर कराया जाए ताकि निर्माण कार्य समय से पूरा हो सके। कार्यदाई संस्था ने पत्र में लिखा है कि तहसील राजातालाब के ग्राम पंचायत रखौना में एनएच-2 के किनारे 100 मीटर का निर्माण आराजी संख्या-122 से संंबंधित मुआवजा की मांग की वजह से प्रभावित है। इसी तहसील में परमपुर व सजोई में 400 मीटर कार्य अतिरिक्त मुआवजा की मांग के कारण प्रभावित है। खेवसीपुर में अंडर पास की मांग के कारण कार्य नहीं हो पा रहा है। यही हाल पिंडरा ब्लाक में भी है। कोईराजपुर में 35 मीटर कार्य पुन: सीमांकन की मांग के कारण फंसा हुआ है। वाजिदपुर में 20 मीटर का निर्माण पुन: सीमांकन की मांग को लेकर प्रभावित है। परियोजना निदेशक ने जिलाधिकारी को जारी पत्र में कहा है कि तत्काल इस बाधा को दूर कराया जाए। जिससे रिंग रोड फेज-2 में 60 किलोमीटर सड़क का निर्माण कार्य पूर्ण कराया जा सके। वाराणसी क्षेत्र में वाजिदपुर से राजातालाब कछवा में एनएच-2 तक और चंदौली के कुंडाखुर्द से पचफेडवा तक करीब 27 किलोमीटर लंबी सड़क एनएच-2 को जोड़ेगी। परियोजना निदेशक ने लिखा है कि मार्च 2022 तक इस परियोजना को पूर्ण करने की अवधि निर्धारित है। बाधा दूर न होने की दशा में निर्माण कार्य समय से पूर्ण किया जाना संभव नहीं हो पायेगा। समय से कार्य पूर्ण न होने की दशा में सामग्रियों में मूल्य वृद्धि के चलते परियोजना की लागत बढ़ने की भी संभावना होगी।