सनातन संस्कृति की भूमि है उत्तर प्रदेश


भदोही(काशीवार्ता)। आदर्श निर्वाचन आचार संहिता एवं कोविड प्रोटोकाल अनुपालन में उत्तर प्रदेश दिवस का आयोजन जिलाधिकारी आर्यका अखौरी की अध्यक्षता में कलेक्टेÑट सभागार में हुआ। इस वर्ष उत्तर प्रदेश दिवस का आयोजन आजादी का अमृत महोत्सव एवं चौरी चौरा शताब्दी समारोह विषय वस्तु पर आधारित रहा।
कार्यक्रम का शुभारम्भ करते हुए जिलाधिकारी एवं मुख्य विकास अधिकारी ने मॉ सरस्वती के चित्र पर द्वीप प्रज्जलित एवं मार्ल्यापण किया तथा उपस्थित छात्र, छात्राओं, शिक्षकों एवं जनमानस का स्वागत करते हुए अभिनंदन किया। कार्यक्रम में उत्तर प्रदेश की कला, साहित्य, सनातन संस्कृत एवं समृद्ध विरासत को समेटते हुए स्कूली बच्चों द्वारा वंदे मातरम् गीत का गायन किया गया। राजकीय विद्यालय महुआ के संगीत शिक्षक राहुल द्वारा जहॉ डाल-डाल पर सोने की चिड़िया करती है बसेरा, वह भारत देश है मेरा गीत द्वारा परम्परा एवं संस्कृति पर बल दिया। विभूति नारायण राजकीय इण्टर कालेज की लेक्चरर डॉ0 सरोज गुप्ता ने यू0पी0 की वैभवशाली विरासत पर बल देते हुए माटी कला, महिला सम्मान एवं प्रगति पथ पर बढ़ते यू0पी0 के विभिन्न चरणों को प्रकाशित किया। काशी नरेश राजकीय महा विद्यालय कालेज ज्ञानपुर के सेवानिवृत्त प्रोफेसर डॉ0 भारतेन्दु द्विवेदी ने भदोही का गौरवशाली इतिहास को बतलाते हुए स्वतंत्रा संग्राम में भदोही की भूमिका पर प्रकाश डाला।जिलाधिकारी ने कहा कि उत्तर प्रदेश गंगा-जमुनी तहजीब की भूमि है।
हमारी सभ्यता संस्कृति, बोल-चाल, पोशाक एवं सामाजिकता ही हमारी ताकत है। उन्होंने प्रचुर मानव सम्पदा एवं राजनीतिक प्रभुता वाले उत्तर प्रदेश पर बल देते हुए, मानव विकास सूचकांक के स्वास्थ्य, शिक्षा एवं आय पर बल दिया। इस अवसर पर जनपद में अपने उत्कृष्ट कार्यो एवं उपलब्धियों की अमिट छाप छोड़ने वाले पॉच-पॉच कलाकारों, किसानों, शिल्पकारों, मजदूरों, महिलाओं को सम्मानित किया गया। जिलाधिकारी ने स्कूली बच्चों को प्रोत्साहित किया तथा छात्राओं को चाकलेट गिफ्टपैक भेट किया। मुख्य विकास अधिकारी भानु प्रताप सिंह ने उत्तर प्रदेश स्थापना दिवस बल देते हुए सभी का आभार एवं धन्यवाद ज्ञापित किया। कार्यक्रम में राकेश कुमार सिंह, हरेन्द्र प्रताप, अरबिन्द कुमार सिंह, नन्द लाल, भूपेन्द्र नारायण सिंह, बालेश्वरधर द्विवेवी,डॉ0 पंकज कुमार एवं सम्बन्धित अधिकारीगण उपस्थित रहें।