दूसरे के स्थान पर परीक्षा दे रही छात्रा को क्राइम ब्रांच ने पकड़ा


वाराणसी (काशीवार्ता)। नीट परीक्षा में साल्वर गैंग द्वारा मुख्य अभ्यर्थी के स्थान पर दूसरे को परीक्षा दिलाने का मामला प्रकाश में आने से खलबली मच गई। आनन-फानन में पुलिस की टीम ऐसे लोगों को पकड़ने के लिए सक्रिय हुई। इसी क्रम में सारनाथ थाना क्षेत्र में क्राइम ब्रांच व सारनाथ थाने के पुलिस ने सेंट फ्रांसिस जेवियर स्कूल तड़िया, सोना तालाब में एक लड़की जो हीना विश्वास की जगह परीक्षा दे रही थी। जिसको गिरफ्तार कर लिया गया है। गिरफ्तार लड़की ने अपना नाम जूली कुमारी, निवासी बहादुरपुर, पटना बिहार बताया है। विदित हो कि मेडिकल कॉलेजों में प्रवेश के लिए नेशनल टेस्टिंग एजेंसी (एनईईटी) द्वारा आयोजित राष्ट्रीय पात्रता सह प्रवेश परीक्षा कराई जाती है। उक्त परीक्षा में सॉल्वर गैंग ने बीएचयू फैकल्टी आॅफ डेंटल साइंसेज के बैचलर आॅफ डेंटल सर्जरी की छात्रा जूली कुमारी को अभ्यर्थी हीना विश्वास के स्थान पर परीक्षा में बैठाया था। जिसकी जानकारी होने पर क्राइम ब्रांच ने सारनाथ स्थित परीक्षा केंद्र से बीडीएस की छात्रा जूली व उसकी मां बबिता को गिरफ्तार कर लिया। वहीं मौके का फायदा उठाते हुए उसका एक सहयोगी विकास कुमार महतो खगड़िया, बिहार फरार हो गया।
पकड़े गए गैंग के दो सदस्य
जूली व उसकी माँ बबिता से पूछताछ में साल्वर गैंग के दो सदस्यों की जानकारी होने के बाद क्राइम ब्रांच ने बबिता के मोबाइल की कॉल डिटेल की मदद से बिहार के खगड़िया निवासी विकास को व गाजीपुर के मोहम्मदाबाद क्षेत्र से ओसामा शाहिद को पकड़ लिया। ओसामा व विकास से पूछताछ में जानकारी मिली कि कई अन्य जनपदों में भी इसी प्रकार अभ्यर्थियों के स्थान पर दूसरे लोग परीक्षा दे रहे हैं। वहीं पुलिस का कहना है कि पूछताछ में सामने आया है कि मूल अभ्यर्थी हीना विश्वास के चेहरे से जूली का चेहरा मिलता-जुलता है। दोनों की फोटो फोटोशॉप की मदद से ऐसे तैयार की गई थी जिससे कोई भी देख कर जूली व हीना में अंतर समझ न पाए। वहीं जूली को मूल अभ्यर्थी के हस्ताक्षर की अनेकों बार प्रैक्टिस कराई गई।
लालच देकर फंसाया
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