बिन झूला-चरखी मेला सून!


वाराणसी(काशीवार्ता)। प्रशासन के एक आदेश से काशी में श्रावण मेले का आनंद लेने दूरदराज क्षेत्रों से आये हजारों लोग उस समय मायूस हो गए जब उन्हें मेला क्षेत्र में पहुँचने पर बताया गया कि मेले में झूला, चर्खी पर रोक लगा दी गयी है। ज्ञात हो कि प्रशासन ने बुधवार से ही दुर्गाकुंड क्षेत्र में चल रहे दो जगह मेले में झूला चर्खी और मनोरंजन संबंधित अन्य उपकरणों पर रोक लगा दिया है। बुधवार को वाणिज्यकर विभाग के मनोरंजन कर अधिकारी की ओर से चिट्ठी मिलने के बाद भेलूपुर पुलिस ने मेला स्थल में पहुंचकर झूला चर्खी बंद करा दिया। ये रोक सुरक्षा कारणों से लगायी गयी है। आज सुबह मौसम सुहाना होने के चलते काफी संख्या में लोग दुर्गाकुंड, संकट मोचन, मानस मंदिर पहुंचे थें। बच्चों की जिद पर जब अभिवावक मेला क्षेत्र में पहुंचे तो उन्हें इस बात की जानकारी हुई। बताते चले कि हर साल सावन में दुर्गाकुंड मंदिर के पास और साकेत मंडपम में सावन मेला सजाता है। इसमें बच्चों के लिये झूला चर्खी लगा हुआ है। मेले में अन्य खरीद बिक्री यथावत जारी है। एसीपी के अनुसार संबंधित विभाग से मेला संचालकों ने झूला चर्खी की अनुमति नहीं ली थी। प्रशासन के इस निर्णय से झूला चरखी वालों के समक्ष विकट स्थिति उत्पन्न हो गयी है। इस आदेश से उन्हें बड़ा आर्थिक संकट उठाना पड़ सकता है।