वाराणसी में हादसा: कांग्रेस नेत्री के मकान की छत ढहने से पिता-पुत्र घायल, दो दिन के अंदर दूसरी घटना


वाराणसी ।  शहर में जर्जर मकान गिरने की घटनाएं नहीं थम रही हैं। सोमवार को चौक थाना स्थित संकठा माता मंदिर के पीछे दो मंजिला मकान की छत अचानक ढह गई। मलबे के नीचे दब कर दिलीप कुण्डू (45) और उनका पुत्र सुशांत (27) गंभीर रूप से घायल हो गए। छत गिरने की आवाज से आसपास के लौग दौड़े। दोनों घायलों को इलाज के लिए मंडलीय अस्पताल पहुंचाया। जहां पर प्राथमिक उपचार कराने के बाद चिकित्सकों ने निजी अस्पताल के लिए रेफर कर दिया। दो दिन के अंदर मकान ढहने की दूसरी घटना है। 

संकठा माता मंदिर से सिंधिया घाट की ओर जाने वाले मार्ग पर नागर सेवा समिति ट्रस्ट का दो मंजिला मकान है। मकान में दिलीप कुण्डु के परिवार समेत कुछ अन्य लोग रहते हैं। सुबह के वक्त दो मंजिला मकान की छत के बीच का हिस्सा अचानक से नीचले तल के फर्श को तोड़ते हुए भूतल पर गिर गया। 

इस दौरान मकान के निचले हिस्से में मौजूद दिलीप और उनका पुत्र सुशांत मलबे के नीचे दब गए। दोनों को सिर, हाथ, पीठ समेत अन्य जगहों पर गंभीर चोटें आईं। हादसे के बाद चीख-पुकार सुनकर आसपास के लोग मौके पर पहुंचे और किसी प्रकार दोनों घायलों को मलबे से बाहर निकालकर मंडलीय अस्पताल पहुंचाया। दिलीप कुण्डू की पत्नी पूनम कुण्डू कांग्रेस की नेत्री है। घटना की जानकारी पार कई कांग्रेसी नेता भी मौके पर पहुंचे।

शनिवार को मकान गिरने से गई थी एक की जान बता दें कि बीते शनिवार को चौक क्षेत्र में ही काशी विश्वनाथ कॉरिडोर के पास मंदिर के एक जर्जर मकान मरम्मत के दौरान ढह गया था। काम में लगे तीन मजदूर मलबे में दबे थे। जिसमें बिहार के कैमूर के भभुआ का मेवा प्रजापति की मौत हो गई थी। कॉरिडोर परिसर से सटे नीलकंठ मोड़ स्थित दूध की दुकान के एक हिस्से में निर्माण कार्य चल रहा था कि तभी मकान का दूसरा हिस्सा भरभराकर गिर गया था। जर्जर मकान अब जानलेवा बन गए हैं। इस मौसम में अब तक चौथी या छठीं घटना है। इससे पहले भी कई मौकों पर चौक क्षेत्र में जर्जर आवास गिरने से हादसा हुआ है।