जल निगम की लापरवाही से शहर में लगा भीषण जाम


वाराणसी (काशीवार्ता)। जल निगम अधिकारियों की लापरवाही के कारण सोमवार को लगभग आधा शहर जाम के झाम में फंसा रहा। उत्तर प्रदेश जल निगम द्वारा सीवर-जल पाइप डालने के लिए नदेसर क्षेत्र में जेसीबी से सड़क पर गहरा गड्ढा खोदा गया है। बिना किसी पूर्व सूचना व ट्रैफिक पुलिस को संज्ञान में लिए सड़क की खोदाई करने से लगभग आधा शहर आज दूसरे दिन जाम में फंसा रहा। अपने को नियम कानून से भी ऊपर समझने वाले जल निगम अधिकारियों के निकम्मेपन के कारण काशी की जनता इस भीषण गर्मी में कराह उठी। सुबह घर से कचहरी, तहसील, जिला मुख्यालय के लिए निकले कर्मचारियों व जनता को अपनी मंजिल तक पहुंचने में पसीने छूट गए। आम दिनों में 20 मिनट में अपना सफर तय करने वालों को जाम के कारण 2 से 3 घंटे लग गए। सबसे अधिक परेशानी इलाज कराने के लिए अस्पताल जा रहे मरीजों को हुई। एंबुलेंस में सवार रोगी घंटों जाम में फंसे रहे। मरीज के साथ बैठे उनके परिजन लोगों से किसी तरह जाम से एंबुलेंस निकालने की गुहार लगाते रहे, लेकिन जाम के कारण उन्हें सफलता नहीं मिली। स्मार्ट काशी को आज जल निगम की कारगुजारी ने पूरी तरह से पलीता लगा दिया। नदेसर के जाम ने पुलिस लाइन, कचहरी, चौकाघाट, अंधरापुल, तेलियाबाग, लहुराबीर चौराहा सहित लगभग आधे शहर को अपनी चपेट में ले लिया। इसका असर शहर की अन्य सड़कों पर भी देखने को मिला। इस भीषण जाम के कारण बहुत से लोगों की फ्लाइट छूट गई, बहुत से लोग समय पर रेलवे स्टेशन नहीं पहुंचे जिसके कारण ट्रेन छूट गई। सरकारी व निजी संस्थानों में काम करने वाले कर्मचारी समय पर अपने कार्यालय नहीं पहुंच पाए।
वीआईपी संग मुर्दा भी फंस गया जाम में


नदेसर में लगी भीषण जाम का खामियाजा जिंदो को ही नहीं मुर्दे को भी उठाना पड़ गया। एक तरफ जहां कई वीआईपी गाड़ियां जाम में फंसी थी, वहीं पुलिस प्रशासनिक अधिकारियों के वाहन घंटों हूटर बजाते रहे, लेकिन इसका कोई असर नहीं दिखा। वहीं दूसरी तरफ मिंट हाउस तिराहा पर शव लिए जीप घंटों जाम में फंसी रही।