Wrestlers Protest: पुलिस के सामने पेश हुए बृजभूषण शरण सिंह, खुद को बताया बेगुनाह, SIT का हुआ गठन


भारतीय कुश्ती महासंघ (डब्ल्यूएफआई) के अध्यक्ष बृजभूषण शरण सिंह के खिलाफ आरोपों की जांच के लिए दिल्ली पुलिस ने एक विशेष जांच दल (एसआईटी) का गठन किया है। डब्ल्यूएफआई प्रमुख पर पहलवानों द्वारा यौन उत्पीड़न और डराने-धमकाने का आरोप है। उनकी गिरफ्तारी की मांग को लेकर चल रहा प्रदर्शन 18वें दिन में प्रवेश कर गया है। पहलवानों की शिकायत पर बृजभूषण का बयान दर्ज किया गया और कुछ दस्तावेज भी जमा करने की मांग की गई। 66 वर्षीय सिंह ने अपने ऊपर लगे आरोपों से इनकार किया। दिल्ली पुलिस ने बताया कि पहलवानों की शिकायत पर डब्ल्यूएफआई अध्यक्ष बृजभूषण शरण सिंह का बयान दर्ज किया गया और कुछ दस्तावेज मांगे गए। बृजभूषण ने अपने ऊपर लगे आरोपों का खंडन किया।

दिल्ली पुलिस ने यह भी बताया कि चार महिला पुलिस अधिकारियों सहित छह पुलिस टीमों के साथ एसआईटी का गठन किया गया है। एक महिला डीसीपी की देखरेख में दस लोगों की टीम बनाई गई।  बयान में आगे कहा गया है कि सहायक सचिव डब्ल्यूएफआई विनोद तोमर के बयान भी दर्ज किए गए। दिल्ली पुलिस की एफआईआर में विनोद तोमर भी आरोपी हैं। बताया गया है कि बृजभूषण शरण ने अपनी सफाई में कुछ वीडियो सबूत और मोबाइल डेटा जुटाने को कहा है। बृजभूषण से भी आगे SIT पूछताछ करेगी। पहलवानों की शिकायत पर दिल्ली पुलिस की टीमें उत्तर प्रदेश, झारखंड, कर्नाटक और हरियाणा में जाकर पहलवानों की शिकायत पर साक्ष्य जुटा चुकी हैं। देश के बाहर जहां भी आरोप लगाए गए हैं, दिल्ली पुलिस संबंधित एजेंसियों के संपर्क में है। 

इससे पहले भारतीय कुश्ती महासंघ (डब्ल्यूएफआई) के प्रमुख बृजभूषण शरण सिंह के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे पहलवानों ने गुरुवार को बांहों और सिर पर काली पट्टी बांध कर अपना विरोध जताया। जंतर-मंतर पर विरोध प्रदर्शन के 18वें दिन विनेश फोगाट, बजरंग पूनिया, साक्षी मलिक, सत्यव्रत कादियान, जितेंद्र किन्हा के साथ मौजूद अन्य पहलवानों ने अपने सिर और बाहों पर काली पट्टी बांधी। इस मौके पर पहलवानों के समर्थक भी अपनी बाहों पर काली पट्टी बांधे हुए थे। इन पहलवानों ने भारतीय जनता पार्टी के सांसद बृजभूषण पर महिला पहलवानों के यौन शोषण का आरोप लगाया है और उनकी गिरफ्तारी की मांग कर रहे हैं।